टोरंटो में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पार्टनर अब्दुल गफूर की तलाश में पुलिस
नई दिल्ली। कनाडा के टोरंटो में भारतीय नागरिक हिमांशी खुराना की निर्मम हत्या से देश और विदेश में रहने वाले भारतीय समुदाय में गहरा आक्रोश और शोक है। यह घटना न केवल विदेशों में भारतीय महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि घरेलू और पार्टनर हिंसा के मामलों की गंभीरता को भी उजागर करती है। टोरंटो पुलिस ने मामले को गंभीर अपराध मानते हुए जांच तेज कर दी है और संदिग्ध आरोपी अब्दुल गफूर की तलाश शुरू कर दी गई है। भारतीय दूतावास ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए कहा है कि वे पीड़ित परिवार के संपर्क में हैं और हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। दूतावास ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि भारतीय युवा नागरिक हिमांशी खुराना की मृत्यु से वे स्तब्ध और बेहद दुखी हैं तथा शोक की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़े हैं।
टोरंटो में मिली लाश, इलाके में फैली सनसनी
पुलिस के अनुसार, 30 वर्षीय हिमांशी खुराना भारत की रहने वाली थीं और कुछ समय से कनाडा में रह रही थीं। शुक्रवार देर रात टोरंटो पुलिस को उनकी गुमशुदगी की सूचना मिली थी, जिसके बाद तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। 19 दिसंबर की रात से ही हिमांशी की तलाश जारी थी। अगले दिन 20 दिसंबर की सुबह करीब 6:30 बजे उनका शव एक घर के अंदर बरामद किया गया। शव मिलने की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई और मामले ने गंभीर आपराधिक रूप ले लिया।
पार्टनर पर शक, वारंट जारी
प्रारंभिक जांच में पुलिस को संदेह है कि इस हत्या के पीछे हिमांशी के पार्टनर का हाथ हो सकता है। जांच में 32 वर्षीय अब्दुल गफूर का नाम सामने आया है, जिसे पुलिस इस मामले का मुख्य संदिग्ध मान रही है। Toronto Police Service ने आरोपी के खिलाफ वारंट जारी कर दिया है और उसकी तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पीड़ित और आरोपी एक-दूसरे को पहले से जानते थे और यह मामला पार्टनर द्वारा की गई हिंसा का प्रतीत हो रहा है।
फर्स्ट डिग्री हत्या की आशंका
कनाडा पुलिस के मुताबिक, यदि जांच में आरोप साबित होते हैं तो यह मामला फर्स्ट डिग्री मर्डर की श्रेणी में आ सकता है। ऐसी स्थिति में आरोपी को गैर-जमानती आजीवन कारावास की सजा का सामना करना पड़ सकता है। पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है, जिसमें पीड़िता और आरोपी के संबंध, पिछले विवाद, कॉल रिकॉर्ड और घटनास्थल से जुड़े साक्ष्य शामिल हैं।
भारतीय दूतावास परिवार के संपर्क में
घटना के बाद भारतीय उच्चायोग, कनाडा और स्थानीय भारतीय समुदाय सक्रिय हो गया है। दूतावास ने पीड़ित परिवार को कानूनी सहायता, प्रशासनिक सहयोग और अन्य आवश्यक मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है। विदेश में किसी भारतीय नागरिक के साथ इस तरह की घटना को लेकर भारत सरकार भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
विदेशों में भारतीय महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
यह मामला एक बार फिर विदेशों में रह रही भारतीय महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि रिश्तों में तनाव, अलगाव और कानूनी प्रक्रियाओं के दौरान सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करने की जरूरत है। पुलिस ने आम लोगों से भी अपील की है कि यदि उन्हें आरोपी के बारे में कोई जानकारी मिले तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
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