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February 8, 2025 7:23 AM

NASA का पार्कर सोलर प्रोब 982 डिग्री तापमान में सुरक्षित, सूरज के बारे में नया डेटा भेजने के लिए तैयार”

"NASA का पार्कर सोलर प्रोब सूरज के पास से डेटा भेजने के लिए तैयार, 982 डिग्री तापमान में सुरक्षित"

नासा का सूर्य के अध्ययन के लिए भेजा गया स्पेसक्राफ्ट पार्कर सोलर प्रोब ने एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर तय किया है। यह स्पेसक्राफ्ट अब तक के सबसे नजदीकी दृष्टिकोण से सूरज के पास पहुंच चुका है। इसे लेकर वैज्ञानिकों में काफी उत्साह है क्योंकि यह सूर्य के अत्यधिक गर्म और खतरनाक वातावरण का अध्ययन करने में मदद करेगा।

982 डिग्री तापमान में भी सुरक्षित रहा

पार्कर सोलर प्रोब ने सूरज के बहुत पास जाकर 982 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान का सामना किया, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से यह स्पेसक्राफ्ट पूरी तरह सुरक्षित रहा। इसका डिज़ाइन और तकनीकी विशेषताएँ इसे इतनी अत्यधिक गर्मी और विकिरण से बचाने में सक्षम हैं। यह स्पेसक्राफ्ट सूर्य के कोरोना (उसकी बाहरी परत) से लगभग 13 मिलियन किलोमीटर दूर पहुंचा, जो अब तक किसी भी मानव निर्मित यान द्वारा सूरज के सबसे नजदीक की यात्रा है।

डेटा भेजने की शुरुआत

पार्कर सोलर प्रोब ने 1 जनवरी 2025 से सूर्य के बारे में महत्वपूर्ण डेटा भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसका उद्देश्य सूर्य के बाहरी वातावरण, उसके पवन, चुंबकीय क्षेत्र, और सूरज के गर्म कोर के बारे में गहरे अध्ययन करना है। यह डेटा वैज्ञानिकों को सूर्य के कार्य प्रणाली और उसके प्रभावों को समझने में मदद करेगा। यह जानकारी पृथ्वी और अन्य ग्रहों पर सूर्य के प्रभाव को बेहतर तरीके से समझने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगी, खासकर उसके द्वारा उत्पन्न होने वाली सौर आंधी (solar wind) से बचाव के लिए।

पार्कर सोलर प्रोब का मिशन

पार्कर सोलर प्रोब को 2018 में लॉन्च किया गया था, और यह मिशन पृथ्वी से सूर्य तक भेजे गए सबसे नजदीकी यान के रूप में एक ऐतिहासिक कदम है। यह प्रोब सूर्य की चुंबकीय शक्ति, सूर्य की हवाओं, और उसकी अंदरूनी संरचना के बारे में जानकारी इकट्ठा करेगा, जो पहले कभी भी संभव नहीं था। यह महत्वपूर्ण डेटा यह सुनिश्चित करेगा कि हम सूर्य की गतिविधियों को समझ कर बेहतर तरीके से इसका सामना कर सकें, जैसे सौर तूफान या अन्य संभावित खतरों को।

वैज्ञानिक महत्व

सूर्य के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना हमारे सौर मंडल और पृथ्वी के मौसम के अध्ययन के लिए आवश्यक है। पार्कर सोलर प्रोब के अध्ययन से वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि सूर्य के अंदरूनी हिस्सों में क्या हो रहा है, और क्यों सूरज की गतिविधियाँ समय-समय पर बदलती रहती हैं। इसका उद्देश्य यह भी है कि भविष्य में पृथ्वी के वातावरण पर सूर्य के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सके, जिससे हमारे ग्रह पर जीवन के लिए बेहतर परिस्थितियाँ बनाई जा सकें।

इस मिशन की सफलता न केवल नासा के लिए, बल्कि मानवता के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह हमारे सूरज के बारे में जानने का पहला बड़ा कदम साबित हो सकता है।

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