नर्मदापुरम में शनिवार को 6वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (RIC) का भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। नर्मदा नदी के पवित्र तट पर आयोजित इस कार्यक्रम ने उद्योग और निवेश के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की।
मुख्यमंत्री का संबोधन:
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा,
“नर्मदा नदी का तट केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र नहीं है, बल्कि यह निवेश और नवाचार का संगम बनने की भी अपार संभावनाएं रखता है।”
उन्होंने इस आयोजन को क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों और निवेशकों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी और उनके साथ मिलकर क्षेत्र के आर्थिक विकास को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाएगी।
उद्योग और नवाचार पर जोर:
कॉन्क्लेव में निवेशकों, उद्योगपतियों, और स्थानीय उद्यमियों ने भाग लिया। उन्होंने क्षेत्र में नई तकनीकों और नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया। कार्यक्रम में छोटे और मध्यम उद्योगों (SMEs) को विशेष महत्व दिया गया, जो क्षेत्र के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
प्रमुख घोषणाएं:
- राज्य सरकार ने नर्मदापुरम क्षेत्र में नए उद्योगों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएं शुरू करने की घोषणा की।
- स्थानीय युवाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम पर बल दिया गया।
- नर्मदा तट को ‘ग्रीन इंडस्ट्रियल जोन’ के रूप में विकसित करने की योजना भी पेश की गई।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां:
- निवेश सत्र: विभिन्न उद्योग समूहों ने नर्मदापुरम में निवेश की संभावना पर चर्चा की।
- प्रदर्शनी: कॉन्क्लेव के दौरान स्थानीय उत्पादों और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया।
- स्मार्ट इंडस्ट्री टॉक: विशेषज्ञों ने क्षेत्र में स्मार्ट तकनीक और पर्यावरण-अनुकूल उद्योगों के महत्व पर चर्चा की।
क्षेत्र के विकास में नया आयाम:
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का यह आयोजन नर्मदापुरम के लिए विकास के नए द्वार खोल सकता है। स्थानीय उद्यमियों और युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलने की उम्मीद है। साथ ही, क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास और पर्यावरण-संवेदनशील औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष:
6वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव ने नर्मदापुरम में निवेश, नवाचार, और उद्योगों के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार किया है। नर्मदा नदी के तट पर हुए इस ऐतिहासिक आयोजन से क्षेत्र का औद्योगिक भविष्य और भी उज्जवल होने की उम्मीद की जा रही है।