October 18, 2025 11:59 PM

महाराष्ट्र के नंदुरबार में श्रद्धालुओं से भरी पिकअप गहरी खाई में गिरी 8 लोगों की दर्दनाक मौत, कई घायल

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  • अस्तंबा देवी यात्रा से लौट रहे थे श्रद्धालु, चांदशैली घाट के मोड़ पर चालक का वाहन पर से नियंत्रण टूटा; मौके पर मचा कोहराम

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के नंदुरबार ज़िले में शनिवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। श्रद्धालुओं से भरी एक पिकअप वाहन चांदशैली घाट के खतरनाक मोड़ पर अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। इस भयानक हादसे में 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आसपास के ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई और पूरे इलाके में चीख-पुकार गूंज उठी।

अस्तंबा देवी यात्रा से लौट रहे थे श्रद्धालु

पुलिस के अनुसार, हादसे में घायल और मृत सभी श्रद्धालु अस्तंबा देवी यात्रा से लौट रहे थे। वे दर्शन कर अपने गांवों की ओर जा रहे थे, तभी यह दुर्घटना घटित हुई। बताया गया कि पिकअप में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक थी और वाहन घाट के संकरे मोड़ पर तेज गति में था।

अचानक चालक का वाहन पर से नियंत्रण हट गया, जिससे पिकअप सड़क किनारे की रेलिंग तोड़ते हुए लगभग 100 फीट गहरी खाई में जा गिरी। गिरने के बाद वाहन के परखच्चे उड़ गए। कई श्रद्धालु गाड़ी से बाहर फेंके गए, जबकि कुछ वाहन के नीचे दब गए।

घटनास्थल पर भयावह दृश्य, राहत कार्य में जुटे ग्रामीण

हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। स्थानीय लोगों ने खाई में उतरकर घायलों को बाहर निकालने का प्रयास किया। कुछ श्रद्धालुओं को गंभीर हालत में शाहदा के ग्रामीण अस्पताल भेजा गया, जबकि जिनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है, उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के समय वाहन की गति काफी तेज थी और घाट का मोड़ बहुत तीखा था। ऐसे में चालक ने जैसे ही मोड़ काटने की कोशिश की, गाड़ी पलट गई और सीधे नीचे जा गिरी।

8 की मौत, कई की हालत गंभीर

पुलिस के अनुसार, इस हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। 8 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनमें कुछ की स्थिति अत्यंत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों की टीम घायलों का उपचार कर रही है और प्रशासन ने तत्काल राहत सहायता उपलब्ध कराई है।

पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों को सूचना दी जा रही है। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।

पुलिस ने शुरू की जांच, तेज रफ्तार मानी जा रही वजह

नंदुरबार जिले के शाहदा पुलिस थाना क्षेत्र के प्रभारी अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में वाहन की तेज गति को हादसे का कारण माना जा रहा है। घाट क्षेत्र में कई मोड़ बेहद खतरनाक हैं, जहां गति सीमा का पालन न करने पर अक्सर हादसे होते रहते हैं।
पुलिस का कहना है कि ड्राइवर संभवतः थका हुआ था या उसने अचानक ब्रेक लगाने की कोशिश की, जिससे वाहन असंतुलित होकर पलट गया।

घायलों की मदद के लिए जुटा प्रशासन

हादसे की जानकारी मिलते ही नंदुरबार प्रशासन सक्रिय हो गया। एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। ग्रामीणों के सहयोग से बचाव कार्य देर रात तक चलता रहा। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।

राज्य सरकार ने भी जिला प्रशासन से हादसे की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

अस्तंबा देवी यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़

अस्तंबा देवी यात्रा महाराष्ट्र और गुजरात की सीमावर्ती क्षेत्रों में आस्था का बड़ा केंद्र मानी जाती है। हर साल हजारों श्रद्धालु यहां देवी के दर्शन के लिए पैदल और वाहनों से पहुंचते हैं। इसी श्रद्धा के भाव में कई लोग गांवों से समूह बनाकर यात्रा पूरी करते हैं।
लेकिन इस बार पर्व के बाद लौटते समय यह यात्रा मातम में बदल गई।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं कि पर्व के समय बड़ी संख्या में श्रद्धालु यात्रा करते हैं, फिर भी पर्याप्त पुलिस बल, ट्रैफिक नियंत्रण या चेतावनी संकेतक नहीं लगाए जाते। चांदशैली घाट का रास्ता बेहद संकरा और खतरनाक है, लेकिन सड़क किनारे सुरक्षा रेलिंग कई जगह टूटी हुई बताई जा रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि हर साल यहां ऐसे हादसे होते हैं, परंतु प्रशासन ने अब तक स्थायी समाधान नहीं किया। हादसे के बाद लोगों ने मांग की है कि घाट मार्ग पर सुरक्षा दीवार, चेतावनी संकेत और प्रकाश व्यवस्था में सुधार किया जाए।

शोक की लहर, प्रशासन ने जताया दुख

नंदुरबार जिला कलेक्टर ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि “यह बेहद हृदयविदारक घटना है। श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएँ हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं और जांच में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।”

राज्य पुलिस महानिदेशक ने भी निर्देश दिया है कि इस मार्ग की सुरक्षा स्थिति का पुनर्मूल्यांकन किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।

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