पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया है। शुक्रवार रात से शुरू हुई झड़पों के बाद अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और जिले भर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। हालात को काबू में करने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है।
शमशेरगंज और जंगीपुर हिंसा का केंद्र बने
शुक्रवार रात शमशेरगंज इलाके में हिंसा भड़कने के बाद दो लोगों की मौत हो गई, जिनकी पहचान हरगोविंद दास और उनके बेटे चंदन दास के रूप में हुई है। बताया गया है कि दोनों हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाने का काम करते थे और भीड़ ने उन्हें पीट-पीटकर मार डाला। वहीं, शनिवार को धुलियान इलाके में शुक्रवार को घायल एक व्यक्ति की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
शनिवार को जंगीपुर क्षेत्र में हिंसा और बढ़ गई, जहां प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। स्थानीय दुकानों और सरकारी कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की गई। स्थिति को देखते हुए कई इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

118 गिरफ्तार, हाईकोर्ट ने दिए केंद्रीय बल तैनात करने के आदेश
पुलिस ने अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया है। बंगाल के कानून व्यवस्था के एडीजी जावेद शमीम ने बताया कि हिंसा में दो लोगों की मौत हुई है और हालात पर नजर रखी जा रही है। इधर, कलकत्ता हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि मुर्शिदाबाद में तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती की जाए, ताकि हिंसा पर नियंत्रण पाया जा सके और शांति बहाल की जा सके।
शुभेंदु अधिकारी ने एनआईए जांच की मांग की
विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखते हुए इस पूरे घटनाक्रम की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वक्फ अधिनियम के विरोध के नाम पर मुर्शिदाबाद जिले में कई रेलवे स्टेशनों पर भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई, जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
ममता बनर्जी का बयान – “राज्य में नहीं होगा लागू यह कानून”
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह स्पष्ट किया कि केंद्र द्वारा लाया गया वक्फ संशोधन अधिनियम बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कानून केंद्र सरकार का है और राज्य सरकार इससे सहमत नहीं है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि “राजनीति के लिए दंगे भड़काना समाज के लिए खतरनाक है।”
संवेदनशील बना माहौल, बढ़ी सुरक्षा
राज्य के अन्य जिलों में भी तनाव की स्थिति बनी हुई है, खासकर जहां अल्पसंख्यक आबादी अधिक है। मुर्शिदाबाद में इंटरनेट सेवाएं आंशिक रूप से बंद कर दी गई हैं और धारा 144 लागू कर दी गई है। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हुए हैं।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!