आज 19 अप्रैल को एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने ना केवल भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि अब वे इसे सुनियोजित रूप से अपनी अगली पीढ़ी को सौंपने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं।
विरासत मिली विवादों से, विरासत देंगे विश्वास के साथ
धीरूभाई अंबानी के निधन (2002) के बाद मुकेश को न सिर्फ रिलायंस का विशाल कारोबार विरासत में मिला, बल्कि छोटे भाई अनिल अंबानी से लंबे समय तक चले सार्वजनिक विवाद का दौर भी झेलना पड़ा। इन अनुभवों ने मुकेश अंबानी को यह सिखाया कि विरासत सिर्फ संपत्ति नहीं होती, बल्कि विश्वास, दिशा और एकता का प्रतीक होती है।
इसी सोच के साथ उन्होंने समय रहते अपने तीनों बच्चों — आकाश, ईशा और अनंत — को जिम्मेदारी सौंपना शुरू कर दिया।

तीनों बच्चों को मिला अपना-अपना कमान
मुकेश अंबानी ने अपने तीनों बच्चों की क्षमताओं को पहचानते हुए उन्हें बिजनेस यूनिट्स के हिसाब से अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी हैं:
- आकाश अंबानी को 2022 में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड का चेयरमैन बनाया गया। यह भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है जिसने डिजिटल क्रांति को नई दिशा दी।
- ईशा अंबानी के पास है रिलायंस रिटेल की कमान, जो ग्रोथ, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के मामले में लगातार आगे बढ़ रही है। उनके नेतृत्व में रिटेल सेक्टर में कई रणनीतिक साझेदारियाँ और इन्वेस्टमेंट देखने को मिले हैं।
- अनंत अंबानी की जिम्मेदारी है न्यू एनर्जी बिजनेस की, जो रिलायंस की ग्रीन एनर्जी की महत्वाकांक्षाओं का केंद्र है। हाइड्रोजन, सोलर और स्टोरेज तकनीकों में निवेश करके कंपनी भारत को एनर्जी इंडिपेंडेंस की ओर ले जाने का सपना देख रही है।
तीनों बच्चों को 2023 की वार्षिक आम बैठक (AGM) में रिलायंस के बोर्ड में भी शामिल किया गया। यह न सिर्फ एक औपचारिक घोषणा थी, बल्कि यह संदेश भी था कि रिलायंस की बागडोर अब धीरे-धीरे नेक्स्ट जनरेशन लीडर्स को दी जा रही है।
“रिलायंस अब सिर्फ मेरा नहीं, अगली पीढ़ी का सपना है”
2023 में अपने पिता धीरूभाई अंबानी के जन्मदिन पर मुकेश अंबानी ने कहा था:
“रिलायंस का भविष्य आकाश, ईशा, अनंत और उनकी पीढ़ी का है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि वे मेरी पीढ़ी से भी आगे जाएंगे और रिलायंस को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।”
यह बयान सिर्फ एक भावुक पिता का नहीं था, बल्कि एक दूरदर्शी लीडर का भी था, जो अगली पीढ़ी को बिजनेस, सामाजिक जिम्मेदारी और नैतिकता का संतुलित पाठ पढ़ा रहा है।
अभी चेयरमैन रहेंगे, लेकिन सक्रिय नेतृत्व अगली पीढ़ी को
2023 की AGM में मुकेश अंबानी ने यह साफ किया कि वे अगले 5 वर्षों तक रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन और CEO बने रहेंगे, लेकिन उनका पूरा ध्यान अब नई पीढ़ी को नेतृत्व देने की ट्रेनिंग और गाइडेंस पर होगा।
यह ट्रांजिशन प्लान भारतीय कॉरपोरेट सेक्टर में एक मॉडल सक्सेशन प्लान के रूप में देखा जा रहा है, जहां किसी एक वारिस को गद्दी सौंपने की बजाय, जिम्मेदारियों को बांट कर सामूहिक नेतृत्व की मिसाल कायम की जा रही है।
एक सफल कारोबारी से दूरदर्शी पिता बनने तक
68 साल के मुकेश अंबानी अब एक ऐसे मुकाम पर हैं जहां वे न सिर्फ बिजनेस बढ़ा रहे हैं, बल्कि भविष्य के लीडर्स को तैयार करने की सबसे अहम भूमिका निभा रहे हैं। उनका यह कदम भारत के अन्य बड़े बिजनेस घरानों को भी प्रेरणा देने वाला है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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