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June 1, 2025 6:44 AM

आंधी-बारिश और गर्मी की दोहरी मार: मध्यप्रदेश में मौसम का बदला मिजाज, खजुराहो सबसे गर्म, पचमढ़ी सबसे ठंडा

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मंगलवार को मौसम का मिजाज एक बार फिर अचानक बदल गया। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में तेज आंधी और झमाझम बारिश हुई, वहीं दूसरी ओर कई स्थानों पर भीषण गर्मी भी महसूस की गई। मौसम के इस दोहरे तेवर से प्रदेशभर में जनजीवन प्रभावित नजर आया।

भोपाल में आधे घंटे की बारिश ने शहर भिगो दिया

मंगलवार दोपहर भोपाल में अचानक तेज बारिश शुरू हुई। करीब आधे घंटे की बारिश ने ही पूरे शहर को तरबतर कर दिया। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण बड़ा तालाब में लहरें एक से डेढ़ फीट तक ऊंची उठती देखी गईं। बारिश ने जहां गर्मी से थोड़ी राहत दी, वहीं हवा की गति और पानी के बहाव ने यातायात को भी प्रभावित किया।

धार, रतलाम, रायसेन से लेकर बालाघाट तक बरसे बादल

प्रदेश के कई जिलों जैसे धार, रतलाम, रायसेन, विदिशा में भी बादलों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। वहीं, बालाघाट के मलाजखंड में सवा इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई।

कुछ जिलों में सूरज का प्रकोप जारी

हालांकि, जहां एक ओर बारिश ने राहत दी, वहीं कुछ इलाकों में गर्मी ने अपने तेवर और तीखे कर दिए। प्रदेश का सबसे गर्म स्थान खजुराहो रहा, जहां पारा 42.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसके अलावा नौगांव में 42, सतना में 41.8, रीवा में 41.2, टीकमगढ़ में 41 और सीधी में 40.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

बड़े शहरों में मिला-जुला असर

बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर में 41.4, जबलपुर में 38.8, उज्जैन में 38.5, भोपाल में 38.2 और इंदौर में 36.3 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ। इसके विपरीत प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां 31.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।


5 जून से मानसून की आहट, 15 जून तक मध्यप्रदेश में प्रवेश की संभावना

मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल मानसून ने 13 मई को अंडमान में दस्तक दे दी है। इसके अगले चरणों में यह 5 जून से मध्यप्रदेश की सीमाओं के करीब पहुंचेगा और 15 जून तक बालाघाट, सिवनी, मंडला, बैतूल, बुरहानपुर जैसे जिलों से राज्य में प्रवेश कर जाएगा। इसके बाद 10 दिनों के भीतर पूरे प्रदेश को मानसून कवर कर सकता है।


16 मई तक तेज हवाएं और हल्की बारिश संभव

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में एक सक्रिय मौसम प्रणाली मौजूद है, जिससे यह परिवर्तन देखने को मिल रहा है। 16 मई तक गरज-चमक और हल्की बारिश की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद मौसम शुष्क हो सकता है और गर्मी एक बार फिर से जोर पकड़ सकती है।


उत्तरी मध्यप्रदेश में बढ़ेगी गर्मी

ग्वालियर-चंबल क्षेत्र जैसे उत्तरी जिलों में जहां कुछ स्थानों पर हल्की आंधी या बूंदाबांदी हो सकती है, वहीं गर्मी का असर भी बरकरार रहेगा। मौसम विभाग ने इन इलाकों में हीटवेव जैसी स्थिति बनने की संभावना जताई है।


मौसम बदलाव का कारण

डॉ. सुरेंद्रन के अनुसार, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के दो सिस्टम सक्रिय हैं, जिनका प्रभाव मध्यप्रदेश तक महसूस हो रहा है। इसीलिए प्रदेश में एक तरफ कहीं तेज बारिश हो रही है, तो दूसरी तरफ भीषण गर्मी भी अपना असर दिखा रही है।



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