ओलावृष्टि की भी चेतावनी, अगले तीन दिन तक ऐसा ही रहेगा मौसम
भोपाल, 3 मई।
मध्यप्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। शनिवार को मौसम विभाग ने 40 जिलों में बारिश और गरज-चमक के साथ आंधी का अलर्ट जारी किया है। इनमें से सात जिलों में ओलावृष्टि की भी चेतावनी दी गई है।
सतना, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर में ओले गिरने की संभावना है। जबकि भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, सागर, नर्मदापुरम, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सिवनी, मंडला, बालाघाट, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
इसलिए बदल रहा है मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मध्यप्रदेश पर दो सिस्टम एकसाथ सक्रिय हैं—
- साइक्लोनिक सर्कुलेशन, जो नमी ला रहा है।
- पश्चिमी विक्षोभ, जो ऊपरी हवाओं में हलचल पैदा कर रहा है।
इनके चलते कई क्षेत्रों में तेज हवाएं, बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। यह स्थिति अगले तीन दिन तक बनी रह सकती है।
कुछ जिलों में गर्मी का दबदबा
वहीं प्रदेश के पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिम जिलों—इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, हरदा, बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, खंडवा, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम—में गर्मी का असर बना रहेगा। यहां तापमान 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
मई में पारे का चरम
मौसम विभाग के अनुसार मई का महीना मध्यप्रदेश में सबसे गर्म माना जाता है। पिछले वर्षों के आंकड़ों के अनुसार कई जिलों में पारा 47 से 48 डिग्री तक पहुंच चुका है।
हालांकि इस बार मई की शुरुआत बारिश से हुई है, लेकिन विभाग ने चेतावनी दी है कि जैसे ही सिस्टम कमजोर होगा, तापमान तेजी से बढ़ेगा और हीट वेव की स्थिति बन सकती है।
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