अगले चार दिन प्रदेश में मौसम रहेगा असामान्य, लोगों को गर्मी से राहत पर किसानों की चिंता बढ़ी
भोपाल। मध्य प्रदेश में मई का महीना जहां आमतौर पर चिलचिलाती गर्मी और लू के लिए जाना जाता है, वहीं इस बार पूरे प्रदेश में असमय बारिश, ओलावृष्टि और आंधी ने मौसम का मिजाज ही बदल दिया है। रविवार को प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई और बड़े पैमाने पर ओले गिरे। मौसम विभाग के अनुसार, यह स्थिति आज सोमवार को भी बनी रहेगी और अगले चार दिन तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम बिगड़ा रहेगा।
इंदौर में रिकॉर्ड बारिश, भोपाल में ओले
रविवार को इंदौर में दोपहर बाद मूसलधार बारिश हुई और शहर में करीब 2.8 इंच (पौने 3 इंच) पानी रिकॉर्ड किया गया। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। वहीं भोपाल, उज्जैन, रतलाम, जबलपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट और अन्य जिलों में भी ओलावृष्टि देखने को मिली। राजधानी भोपाल में आज सुबह से बादलों और सूरज के बीच लुकाछिपी का दृश्य बना हुआ है, जिससे लोगों को तेज गर्मी से राहत जरूर मिली है।
आज इन जिलों में गिर सकते हैं ओले
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि सोमवार को प्रदेश के पूर्वी जिलों—मैहर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में तेज बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। वहीं, ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों जैसे ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी में 60 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक रफ्तार की हवाएं चल सकती हैं।
अन्य जिलों जैसे इंदौर, भोपाल, उज्जैन, रतलाम, नीमच, मंदसौर, झाबुआ, धार, बुरहानपुर, खरगोन, खंडवा, देवास, शाजापुर, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, कटनी, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भी गरज-चमक के साथ आंधी और बारिश के आसार हैं।
मौसम में बदलाव की वजह
मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश में सक्रिय तीन प्रमुख मौसमी सिस्टम—
- वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ)
- साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवातीय परिसंचरण)
- टर्फ लाइन (वायुमंडलीय द्रोणिका)
के कारण इस असामान्य मौसम की स्थिति बनी हुई है।
इन सिस्टम्स की वजह से न केवल आंधी-बारिश की गतिविधियां बढ़ी हैं बल्कि कई जिलों में ओले गिरने और तेज हवाएं चलने की चेतावनी भी जारी की गई है।
किसानों की बढ़ी चिंता
जहां इस बारिश ने आमजन को भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं किसान वर्ग के लिए यह स्थिति चिंता का विषय बन गई है। इस समय प्रदेश के कई हिस्सों में किसान मूंग, उड़द, सब्जियां और अन्य फसलें बो रहे हैं या तैयार कर चुके हैं। ऐसे में ओलावृष्टि और तेज बारिश से फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ गई है। ग्रामीण इलाकों में खेतों में पानी भरने और ओले गिरने की खबरें भी आई हैं।
प्रशासन अलर्ट मोड पर
राज्य सरकार ने सभी जिलों के कलेक्टरों को मौसम विभाग की चेतावनियों के अनुसार सतर्क रहने और किसी भी आपदा की स्थिति में तत्काल राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं।
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