मध्यप्रदेश में 1800 करोड़ की रेल कोच फैक्ट्री, 5 हजार रोजगार और रक्षा उत्पादन में बढ़त
रायसेन जिले के उमरिया गांव में 1800 करोड़ रुपये की लागत से हाई-स्पीड ट्रेन कोच निर्माण परियोजना की नींव रखी गई। इस ग्रीनफील्ड रेल कोच निर्माण केंद्र का संचालन भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) करेगी। परियोजना के लिए राज्य सरकार ने 60 हेक्टेयर जमीन आवंटित की है और इसे दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है। पूरा होने के बाद यहां 5,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
LIVE: आदरणीय रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh जी के कर- कमलों द्वारा ₹1800 करोड़ की लागत से रायसेन जिले में निर्मित होने वाली BEML Rail Hub for Manufacturing इकाई का भूमिपूजन…#BEMLinMP#BrahmaRailProjectMP#स्वदेशी_अभियान_विकास_की_पहचान https://t.co/2Z5QvBBCX3
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 10, 2025
रक्षा मंत्री ने दी मध्यप्रदेश को औद्योगिक हब की संज्ञा
भूमिपूजन कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में रक्षा और औद्योगिक विकास के लिए सभी संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि यहां केवल ट्रेन कोच ही नहीं, बल्कि रेलवे से जुड़े अन्य उत्पाद भी तैयार किए जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में देशभर की स्पीड ट्रेनों में मध्यप्रदेश में बने कोच लगाए जाएंगे।
अर्थव्यवस्था और रक्षा निर्यात पर जोर
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है, और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल की जा रही है। पहले जो उपकरण विदेशों से खरीदे जाते थे, अब वे देश में बन रहे हैं और 24,000 करोड़ रुपये से अधिक का रक्षा निर्यात किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं का संबोधन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस परियोजना को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि भोपाल में मेट्रो शुरू होने से पहले ही यहां मेट्रो कोच बनाने का काम शुरू हो जाएगा। वहीं, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे क्षेत्र को औद्योगिक आदर्श क्षेत्र बनाने का अवसर बताया और स्वदेशी आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प जताया।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल संबोधन में कहा कि इस कोच फैक्ट्री से रेलवे का इको-सिस्टम मजबूत होगा और मप्र को औद्योगिक मानचित्र पर नई पहचान मिलेगी।