July 30, 2025 5:07 PM

मध्यप्रदेश में भारी बारिश का कहर: 5 जिलों में रेड अलर्ट, 41 जिलों में चेतावनी जारी

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भोपाल में रात से जारी है तेज बारिश, अगले चार दिन तक नहीं मिलेगा राहत का संकेत

मध्यप्रदेश में भारी बारिश का कहर: 5 जिलों में रेड अलर्ट, 41 जिलों में चेतावनी जारी

भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून अब पूरी ताक़त के साथ सक्रिय हो गया है। प्रदेश के कई हिस्सों में बीते 24 घंटे से मूसलधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। मौसम विभाग ने शनिवार को राज्य के 41 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इनमें से 5 जिलों में रेड अलर्ट, 21 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 14 जिलों में यलो अलर्ट घोषित किया गया है।

राजधानी भोपाल में शुक्रवार देर रात से ही बारिश का सिलसिला जारी है। शहर में कभी हल्की तो कभी तेज बारिश हो रही है, जिससे सड़कों पर जलभराव और यातायात प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, रात से अब तक 1.5 इंच (38 मिमी) बारिश दर्ज की गई है। इससे बड़े तालाब का जलस्तर भी बढ़ा है, लेकिन शहर के प्रमुख डैम अब भी खाली हैं।


तीन ट्रफ, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक डिप्रेशन सक्रिय

मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, इस समय प्रदेश में तीन ट्रफ लाइन, दो चक्रवाती परिसंचरण और एक निम्न दबाव का क्षेत्र (डिप्रेशन) सक्रिय है। इन छह मौसम तंत्रों की संयुक्त सक्रियता के कारण अगले चार दिन तक प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।

इन मौसमी तंत्रों ने पूरे प्रदेश को प्रभाव में ले लिया है। जहां कहीं तेज बौछारें हैं तो कहीं लगातार मध्यम बारिश हो रही है। विभाग ने साफ किया है कि यह सिलसिला 31 जुलाई तक बना रहेगा।


भोपाल में सामान्य से 4 इंच अधिक बारिश, फिर भी डैम खाली

भोपाल में अब तक कुल 19.7 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य औसत 15.8 इंच है। यानि, राजधानी में सामान्य से लगभग 4 इंच अधिक वर्षा हुई है। इसके बावजूद कोलार, केरवा और कलियासोत डैम अभी भी कम भरे हैं। बीते वर्ष जुलाई में ये सभी डैम ओवरफ्लो हो चुके थे। इस बार जुलाई में अब तक उतनी तीव्र बारिश नहीं हुई, लेकिन बीते दो दिन से हालात बदले हैं। मौसम विभाग को उम्मीद है कि अगस्त के पहले सप्ताह तक इन जलस्रोतों में अच्छी मात्रा में पानी आ सकता है।


24 घंटे में 8 इंच से अधिक बारिश की चेतावनी, रेड अलर्ट वाले जिले

मौसम विभाग ने जिन 5 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, वहां अगले 24 घंटे में 8 इंच (200 मिमी) से अधिक बारिश होने की संभावना है। ये जिले हैं:

  • रायसेन
  • सागर
  • दमोह
  • पन्ना
  • सतना
  • रीवा

इन जिलों में जलभराव, भूस्खलन, नदियों के जलस्तर में तेज़ वृद्धि और सड़क संपर्क टूटने जैसी घटनाएँ हो सकती हैं। प्रशासन को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।


21 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, सतर्कता जरूरी

जहां अति भारी वर्षा की संभावना है, उन 21 जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। ये जिले हैं:

  • गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली।

यहां लोगों को नदी-नालों से दूर रहने, खुले में न निकलने और बिजली उपकरणों से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।


14 जिलों में यलो अलर्ट, भारी बारिश की चेतावनी

इन जिलों में भारी बारिश की आशंका है:

  • भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, राजगढ़, शाजापुर, इंदौर, उज्जैन, देवास, खंडवा और हरदा।

इन क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन सकती है, जिससे ट्रैफिक बाधित होने और जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।


सावधानी ही सुरक्षा

प्रदेश में लगातार बारिश के चलते अब प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए पूरी तैयारी रखनी होगी। ग्रामीण इलाकों में फसलें जलमग्न होने लगी हैं, वहीं शहरी क्षेत्रों में जलभराव और सड़क धंसने जैसी घटनाएं सामने आने लगी हैं। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यही स्थिति रही तो आगामी दिनों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।


क्या करें, क्या न करें (सरकारी सलाह):

  • अनावश्यक यात्रा से बचें
  • बिजली के उपकरणों का उपयोग सावधानी से करें
  • बच्चों को जलभराव वाले क्षेत्रों में न जाने दें
  • प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
  • नदी और नालों के पास न जाएं


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