मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवातीय परिसंचरण और सब ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम विंड की सक्रियता के चलते राज्य में कड़ाके की ठंड का असर दिखाई दे रहा है। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात कई इलाकों में तापमान तेजी से नीचे गिरा।
पचमढ़ी से भी ठंडे 9 शहर
प्रदेश के नौ शहरों में तापमान पचमढ़ी से भी कम दर्ज किया गया। सबसे ठंडा मरुखेड़ा (नीमच) रहा, जहां पारा 3.5 डिग्री पर पहुंच गया। अन्य शहरों में तापमान इस प्रकार रहा:
- राजगढ़: 5.4 डिग्री
- पिपसरा (शिवपुरी): 5.5 डिग्री
- गिरवर (शाजापुर) और गुना: 7.2 डिग्री
- शिवपुरी: 7.9 डिग्री
- नौगांव: 8.1 डिग्री
- रतलाम: 8.4 डिग्री
- टीकमगढ़: 8.8 डिग्री
- पचमढ़ी: 9.3 डिग्री
भोपाल में तापमान में भारी गिरावट
राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री गिरकर 10.4 डिग्री पर आ गया। मौसम विभाग के अनुसार, गुना में रात के तापमान में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। यहां पारा 7.4 डिग्री गिरकर 7.2 डिग्री पर पहुंच गया। राजगढ़ में 6.6 डिग्री और रायसेन में 5.8 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। रतलाम में भी 5.1 डिग्री की गिरावट हुई।
मौसम वैज्ञानिकों का विश्लेषण
मौसम वैज्ञानिक प्रमेन्द्र कुमार ने बताया कि:
- पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय परिसंचरण: समुद्र तल से 3.1 से 7.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय।
- दक्षिण हरियाणा और निकटवर्ती क्षेत्र: 1.5 किमी ऊंचाई पर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय।
- सब ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम विंड: उत्तर भारत में मौसम परिवर्तन का मुख्य कारण।
इन प्रभावों के चलते प्रदेश में बारिश का दौर थमने के बाद दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
नए साल पर शीतलहर की संभावना
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि नए साल का स्वागत ठंड और शीतलहर के साथ होगा। खासतौर पर नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, शाजापुर, श्योपुर और मुरैना में शीतलहर चलने की संभावना जताई गई है।
कोहरे की चेतावनी
अगले 24 घंटों में ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच और मंदसौर में घना कोहरा छाने की संभावना है। ठंडी हवाओं के कारण पूरे प्रदेश में ठंड का असर और बढ़ेगा।
ठंड का असर जारी रहेगा
बर्फीली हवाओं और ठंडी लहरों के चलते मध्यप्रदेश में ठंड का यह दौर लंबे समय तक जारी रह सकता है। प्रदेशवासियों को नए साल की शुरुआत कड़ाके की सर्दी के साथ करनी होगी।