October 22, 2025 6:32 PM

मध्यप्रदेश को देश का प्रमुख दुग्ध उत्पादक राज्य बनाएंगे: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

mp-chief-minister-mohan-yadav-promises-to-make-mp-leading-milk-producing-state

इंदौर के हातोद में गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में बोले मुख्यमंत्री — गोसेवा, जैविक खेती और संस्कृति संरक्षण हमारी प्राथमिकता

मध्यप्रदेश को देश का प्रमुख दुग्ध उत्पादक राज्य बनाएंगे: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भोपाल/इंदौर।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश अब दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता से आगे बढ़कर देश का प्रमुख दुग्ध उत्पादक राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि “हमारी संस्कृति और परंपराओं को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।” मुख्यमंत्री बुधवार को इंदौर जिले के हातोद में आयोजित गोवर्धन पूजा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने रेशम केंद्र स्थित गोशाला में गोवर्धन पर्व पर पूजा-अर्चना की और गोमाता की सेवा का संदेश दिया।


गोसेवा और गोवंश संरक्षण के लिए सरकार प्रतिबद्ध

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार गोसेवा और गोवंश संरक्षण के लिए हर संभव सहयोग देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि गाय केवल आस्था का प्रतीक नहीं बल्कि प्रकृति, पर्यावरण और जीवन चक्र का आधार है।

उन्होंने कहा, “हमारी हर परंपरा में प्रकृति और समाज के प्रति जिम्मेदारी समाहित है। गोवर्धन पूजा इसका जीवंत उदाहरण है। हम प्रकृति के उस दाता स्वरूप को प्रणाम करते हैं, जिसने हमें जीवन, अन्न और ऊर्जा दी है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवर्धन पर्व के माध्यम से हम पूरे विश्व को यह संदेश देते हैं कि प्रकृति, पर्यावरण और पशुधन संवर्धन सनातन संस्कृति के मूल में है। उन्होंने इसे प्रकृति संरक्षण का उत्सव बताया।


“विश्व जैविक खेती की महत्ता को पुनः स्वीकार कर रहा है”

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोमाता भारतीय सनातन संस्कृति की आत्मा हैं। उनका दूध अमृत समान है, जो शरीर को पोषण देता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने बाल्यावस्था में ही पशुधन रक्षा का संदेश दिया था

डॉ. यादव ने बताया कि अब विज्ञान भी गौ-उत्पादों की उपयोगिता को स्वीकार कर रहा है। “कैंसर जैसी भयंकर बीमारी में गोमूत्र के प्रयोग से लाभ सिद्ध हुआ है। गोबर से लिपे घरों में रेडिएशन का प्रभाव कम होता है। खेती में गोबर की खाद का उपयोग मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है,” उन्होंने कहा।

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आज विश्वभर में जैविक और प्राकृतिक खेती को फिर से अपनाया जा रहा है।


प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को मिलेगा विशेष लाभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो किसान प्राकृतिक या जैविक खेती अपना रहे हैं, उन्हें राज्य सरकार की योजनाओं में विशेष लाभ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब गोमूत्र से दवा, गोबर से मूर्तियां और अन्य पर्यावरणीय उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा देंगे।

उन्होंने कहा कि “हर घर में एक गाय होनी चाहिए। सनातन संस्कृति में गाय को पहली रोटी खिलाने की परंपरा रही है। यही परंपरा समाज में जीवन का संतुलन बनाए रखती है।”

नगर निगमों में पिंजरा पोल बंद होंगे, हर शहर में बनेगी गोशाला

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी नगर निगम पिंजरा पोल बंद करें और गोशालाओं की स्थापना करें। उन्होंने कहा कि किसी भी गाय को अब पिंजरा पोल में रखने की आवश्यकता नहीं है। हर जिले में गायों के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और पोषणयुक्त व्यवस्था की जाएगी।

उन्होंने कहा कि रेशम केंद्र गोशाला जैसे मॉडल को प्रदेशभर में लागू किया जाएगा और हर गोशाला में धर्मगुरुओं के मार्गदर्शन से बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा।


मंत्री तुलसीराम सिलावट बोले – गोमाता की सेवा हमारी आस्था

कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में गोसेवा के क्षेत्र में कई नवाचार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि गोमाता के पालन हेतु दी जाने वाली राशि 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए प्रतिदिन कर दी गई है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में गोशालाओं की दशा और दिशा सुधारने का काम चल रहा है। “गोमाता की रक्षा करना हमारी आस्था का प्रतीक है, और प्रदेश सरकार इसके लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।”


कैलाश विजयवर्गीय का आह्वान — “हर विधायक अपने क्षेत्र में गोशाला विकसित करें”

कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गायों की स्थिति सुधारने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा, “हर विधायक को अपने क्षेत्र में कम से कम एक गोशाला विकसित करने का प्रयास करना चाहिए।”

विजयवर्गीय ने कहा कि “हमारी गोमाता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास है। जो लोग अपनी गायों को नहीं पाल पा रहे हैं, वे उन्हें गोशालाओं में लाकर छोड़ दें — सरकार और समाज मिलकर उनका पालन करेंगे।”


लाड़ली बहनों को भाईदूज पर 250 रुपए की सौगात

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम के दौरान लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को बड़ी सौगात दी। उन्होंने घोषणा की कि भाईदूज के अवसर पर प्रत्येक लाड़ली बहना को अतिरिक्त 250 रुपए की राशि दी जाएगी, जिससे अब योजना के तहत बहनों को कुल 1,500 रुपए प्रतिमाह प्राप्त होंगे।

उन्होंने कहा कि यह राशि भगवान श्रीकृष्ण की बहन सुभद्रा के स्नेह का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने सभी लाड़ली बहनों को भाईदूज की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाईदूज — ये तीनों पर्व प्रदेश की बहनों, किसानों और युवाओं के जीवन में खुशियां लेकर आए हैं।”

किसानों के लिए 1800 करोड़ की राहत राशि

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने हाल ही में अतिवृष्टि, ओलावृष्टि और पीला मोजेक रोग से प्रभावित किसानों के लिए 1800 करोड़ रुपए की राहत राशि स्वीकृत की है। उन्होंने कहा कि जिलों में सर्वे के आधार पर राहत राशि वितरण का कार्य तेज गति से चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा — “सरकार अन्नदाता के साथ खड़ी है। जब-जब किसान पर संकट आया, तब-तब हमने राहत पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।”



Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram