सरकार पर वादाखिलाफी और ‘रंग बदलने’ का आरोप, कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले ही दिन सोमवार को सदन के भीतर और बाहर विपक्षी कांग्रेस ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। खासतौर पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को 27 फीसदी आरक्षण न देने को लेकर विपक्ष ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया। कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे पर विधानसभा परिसर में गिरगिट के खिलौने लेकर प्रदर्शन किया और सरकार पर आरोप लगाया कि वह बार-बार रंग बदल रही है, ठीक गिरगिट की तरह।

गांधी प्रतिमा के सामने हुआ विरोध प्रदर्शन
सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के समक्ष तख्तियों और खिलौनों के साथ प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना था कि सरकार ओबीसी आरक्षण को लेकर भ्रम की स्थिति बनाए हुए है और न्याय देने के बजाय बहानेबाजी कर रही है। कांग्रेस का आरोप था कि सरकार कभी आरक्षण को लेकर सकारात्मक रुख दिखाती है और कभी उसे रोकने के लिए अदालत का हवाला देती है, जो साफ तौर पर वादाखिलाफी और भटकाने की राजनीति है।
कांग्रेस का आरोप: आरक्षण को लेकर सरकार में ईमानदारी नहीं
विधायकों ने कहा कि सरकार ओबीसी समुदाय के साथ न्याय नहीं कर रही है और उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित कर रही है। गिरगिट के खिलौनों का प्रतीकात्मक उपयोग करते हुए कांग्रेस ने सरकार को “रंग बदलने वाली” और भरोसे के लायक नहीं बताया। विपक्ष का कहना है कि यदि सरकार वास्तव में ओबीसी हितैषी होती, तो आरक्षण लागू करने में टालमटोल न करती।
श्रद्धांजलियों के साथ कार्यवाही स्थगित
सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में पूर्व विधायकों और राष्ट्रीय हस्तियों के निधन पर श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूर्व विधायक राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह, शंकर लाल मुन्नाखेड़ी, रघुनाथ चौधरी, सरदार सुखदेव सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय कुमार रूपाणी, प्रसिद्ध अभिनेता मनोज कुमार और लोक कलाकार रामसहाय पांडे को श्रद्धांजलि दी।
इसके अलावा पहल्गाम आतंकी हमले में शहीद नौसेना अधिकारी और अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी।

मजाकिया माहौल भी बना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सत्र के आरंभ में अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट किया। वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने मजाकिया लहजे में टिप्पणी करते हुए कहा, “अध्यक्ष जी, हर तरफ अब आपका ही रंग दिख रहा है।”

विधायकों को प्रदर्शन से रोका गया, मंगलवार को उठ सकता है मुद्दा
विधानसभा सचिवालय ने 10 जुलाई को सभी विधायकों को एक परिपत्र जारी किया था जिसमें विधानसभा परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन नहीं करने की हिदायत दी गई थी। मंगलवार को जब कार्यवाही दोबारा शुरू होगी, तो संभावना है कि विपक्ष इस परिपत्र को लेकर भी सदन में विरोध दर्ज कराएगा। इसमें कहा गया है कि सुरक्षा कारणों से प्रवेश पत्रों की संख्या सीमित की गई है और प्रत्येक विधायक को अपने निजी सहायक तथा वाहन चालक की जानकारी सचिवालय को देना अनिवार्य है।

सत्र में तीन विधेयक और अनुपूरक बजट पेश होंगे
इस बार का मानसून सत्र 8 अगस्त तक चलेगा, जिसमें तीन सरकारी विधेयक पेश किए जाएंगे और अनुपूरक बजट भी लाया जाएगा। अब तक सचिवालय को कुल 3377 प्रश्न प्राप्त हुए हैं, जिनमें 2076 ऑनलाइन और 1301 ऑफलाइन प्रश्न शामिल हैं। इसके अलावा 226 ध्यानाकर्षण, 23 अशासकीय संकल्प, और 65 शून्यकाल सूचनाएं विधायकों द्वारा दी गई हैं।
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