महाराष्ट्र, ओडिशा और केरल में लौटते मानसून से भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

नई दिल्ली। उत्तर भारत से विदा ले रहा मानसून अब दक्षिण और पूर्वी भारत के कई राज्यों में सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र, ओडिशा, केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम के कारण 28 सितंबर तक इन राज्यों में लगातार बारिश होने की संभावना जताई गई है।

केरल में भारी बारिश, ऑरेंज अलर्ट

केरल में मानसून लौटने के साथ ही कई जिलों में जोरदार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पाथनमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लगातार बारिश के चलते तिरुवनंतपुरम में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन ने राहत-बचाव दल को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

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तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में असर

तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में भी भारी बारिश के कारण स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। कई निचले इलाकों में पानी भरने की स्थिति बन गई है। वहीं आंध्र प्रदेश में भी अगले दो दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

महाराष्ट्र और ओडिशा में बारिश का खतरा

महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भी लौटते मानसून ने दस्तक दी है। मुंबई, पुणे और कोकण क्षेत्र में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 48 घंटे इन इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

ओडिशा में बंगाल की खाड़ी के दबाव के चलते 18 जिलों में चेतावनी जारी की गई है। बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जाजपुर समेत तटीय जिलों में भारी बारिश का अनुमान है। प्रशासन ने नदी किनारे और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

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हैदराबाद में उड़ानें डायवर्ट

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में खराब मौसम के चलते हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ। शहर में अचानक तेज हवाएं और बारिश के कारण तीन उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। एयरपोर्ट प्रशासन ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया।

प्रशासन की तैयारियां

मौसम विभाग ने सभी राज्यों की सरकारों को अलर्ट जारी कर दिया है। केरल और ओडिशा में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी राहत-बचाव दल को सक्रिय कर दिया है। बिजली गिरने और जलभराव की घटनाओं से बचाव के लिए लोगों को घरों से बाहर निकलने में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बना यह लो-प्रेशर सिस्टम आने वाले दिनों में और मजबूत हो सकता है, जिससे प्रभावित राज्यों में बारिश का सिलसिला लंबा खिंच सकता है।