July 11, 2025 10:07 PM

मोहन भागवत का ’75 की उम्र में रिटायरमेंट’ बयान, विपक्ष ने पीएम मोदी से जोड़ा; BJP में पहले भी रहा है ऐसा ट्रेंड

mohan-bhagwat-retirement-remark-pm-modi-politics

मोहन भागवत के ’75 की उम्र में रिटायरमेंट’ बयान पर मचा सियासी तूफान, विपक्ष ने जोड़ा पीएम मोदी से

नई दिल्ली।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में 75 वर्ष की उम्र के बाद नेताओं के रिटायरमेंट को लेकर बयान दिया है, जिसे विपक्ष ने सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़ते हुए सियासी गर्मी बढ़ा दी है। भागवत ने ये टिप्पणी 9 जुलाई को रामजन्मभूमि आंदोलन के प्रेरक मोरोपंत पिंगले पर आधारित पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में की।

भागवत ने कहा—

“जब किसी को 75 साल की उम्र पर शॉल ओढ़ाई जाती है, तो उसे समझ लेना चाहिए कि अब नए लोगों को मौका देने का वक्त आ गया है। ऐसे में खुद को किनारे कर लेना चाहिए।”

इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि पीएम मोदी और मोहन भागवत दोनों ही इसी साल सितंबर में 75 साल के होने वाले हैं

विपक्ष का तंज – ‘घर लौटते ही याद दिलाया उम्र’

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भागवत के बयान को प्रधानमंत्री से जोड़ते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर तंज कसा। उन्होंने लिखा—

“बेचारे पुरस्कारजीवी प्रधानमंत्री! यह कैसी घर वापसी है? लौटते ही सरसंघचालक ने उन्हें याद दिलाया कि वे 17 सितंबर 2025 को 75 साल के हो जाएंगे।”

जयराम रमेश ने यह भी जोड़ा कि—

“प्रधानमंत्री भी भागवत जी से कह सकते हैं कि वे भी 11 सितंबर को 75 साल के हो जाएंगे। एक तीर, दो निशाने!”

दरअसल, पीएम मोदी 5 देशों की विदेश यात्रा के बाद 10 जुलाई को भारत लौटे हैं और इसी संदर्भ में जयराम रमेश ने उन्हें ‘घर वापसी’ कहा।


BJP में पहले भी 75 की उम्र के बाद नेताओं को किया गया किनारे

हालांकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संविधान में 75 साल की उम्र को लेकर कोई औपचारिक नियम नहीं है, लेकिन व्यवहारिक रूप में इसे अपनाया गया है।

2014 से शुरू हुआ ‘मार्गदर्शक मंडल’ मॉडल:

  • लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज नेताओं को 75 पार होते ही सक्रिय राजनीति से हटाकर मार्गदर्शक मंडल में भेजा गया।
  • आनंदीबेन पटेल (गुजरात CM) और नजमा हेपतुल्ला (केंद्रीय मंत्री) ने भी इसी उम्रसीमा के बाद पद छोड़ा।

2019 के लोकसभा चुनावों में:

  • सुमित्रा महाजन, हुकुमदेव नारायण यादव, कलराज मिश्र जैसे नेताओं को टिकट नहीं दिया गया।

2024 लोकसभा चुनावों में:

  • राजेंद्र अग्रवाल, संतोष गंगवार, सत्यदेव पचौरी, रीता बहुगुणा जोशी जैसे नेताओं का टिकट 75 साल की उम्र पार होने की वजह से काट दिया गया।

2024 के चुनावों में भी उठा था पीएम मोदी के रिटायरमेंट का मुद्दा

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी विपक्ष, खासकर अरविंद केजरीवाल ने यह मुद्दा बार-बार उठाया।
11 मई 2024 को तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद, केजरीवाल ने कहा था—

“मोदी जी अगले साल 17 सितंबर को 75 साल के हो जाएंगे। क्या भाजपा उन्हें भी आडवाणी जी की तरह रिटायर करेगी?”

इसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सफाई देते हुए कहा था—

“भाजपा के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। मोदी जी 2029 तक देश का नेतृत्व करेंगे।”

जेपी नड्डा ने भी इसे दोहराया और कहा—

“मोदी जी हमारे वर्तमान और भविष्य दोनों के नेता हैं। अगले 5 साल तक वे देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।”


क्या मोहन भागवत का बयान संकेत था या सामान्य टिप्पणी?

RSS प्रमुख भागवत का बयान भले ही किसी एक व्यक्ति को लक्ष्य कर नहीं कहा गया हो, लेकिन सामयिक संदर्भ को देखते हुए राजनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं।
विशेष रूप से तब, जब भागवत और मोदी दोनों की उम्र सितंबर 2025 में 75 वर्ष पूरी हो रही है


क्या BJP में यह अघोषित नियम बना रहेगा?

भले ही भाजपा का संविधान उम्र सीमा पर कुछ नहीं कहता, लेकिन अब तक के ट्रेंड से यह साफ है कि पार्टी ने 75 साल की उम्र को सक्रिय राजनीति से ‘संकेतात्मक विराम’ के तौर पर अपनाया है। अब देखना होगा कि 2025 में जब पीएम मोदी 75 साल के होंगे, तब भाजपा इस ‘परंपरा’ को तोड़ती है या नहीं।



Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram