प्रधानमंत्री मोदी की सासाराम रैली: आतंक पर कड़ा संदेश
बिहार को मिली 48,000 करोड़ की सौगात, जनसभा में जुटे 6 लाख लोग
सासाराम, बिहार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सासाराम के दुर्गाडीह मैदान से एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की ढील नहीं देगा। मोदी ने कहा, “अगर आतंक का फन फिर उठा, तो भारत उसे बिल से खींचकर कुचलेगा।” जनसभा में करीब 6 लाख लोगों के पहुंचने का दावा किया गया, जिसमें से 4 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था पंडाल में की गई थी। 12 लाख स्क्वायर फीट में बने इस पंडाल को प्रधानमंत्री की अब तक की सबसे बड़ी सभाओं में गिना जा रहा है।
वचन निभाने आया हूं: मोदी
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत सासाराम की धरती को ‘राम की धरती’ बताकर की। उन्होंने कहा, “प्रभु श्रीराम की परंपरा है—प्राण जाई पर वचन ना जाई। मैंने पहलगाम हमले के बाद बिहार से देश को वचन दिया था कि आतंकियों को उनकी सजा जरूर मिलेगी। आज मैं बिहार वासियों के बीच इसलिए आया हूं क्योंकि वो वचन अब पूरा हो चुका है।”
मोदी ने आगे कहा कि जिन आतंकियों ने पाकिस्तान में बैठकर भारत की बहनों का सिंदूर छीना, उन पर सेना ने ऐसी कार्रवाई की कि उनके ठिकाने खंडहर में बदल गए। उन्होंने स्पष्ट किया, “यह हमारे तरकश का एक ही तीर था। अगर आतंक फिर सिर उठाएगा, तो फिर वही होगा। चाहे वो सीमा के पार हो या भीतर।”
लालू यादव पर सीधा हमला
प्रधानमंत्री ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव और उनके परिवार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने सामाजिक न्याय के नाम पर सिर्फ गरीबों की जमीन छीनी और खुद राजाशाही का आनंद लिया। उन्होंने कहा, “जो लोग नौकरी के नाम पर गरीबों की जमीन हड़पते थे, उनके तौर-तरीकों से जनता को अब सावधान रहना चाहिए।”
नक्सलवाद पर सरकार का कड़ा रुख
अपने संबोधन में मोदी ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 से पहले बिहार के कैमूर और रोहतास जैसे जिलों में नक्सलियों का प्रभाव था, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार की अगुआई में हमारी सरकार ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने और उनके खिलाफ कड़े अभियान चलाए। आज देश में सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित हैं। वह दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा पूरी तरह खत्म हो जाएगी।”
48,000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर 48,000 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इसमें औरंगाबाद के नबीनगर स्थित 2400 मेगावाट की क्षमता वाला सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट सबसे प्रमुख है, जिसकी लागत 29,900 करोड़ रुपए है। यह संयंत्र न केवल बिहार, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी बिजली आपूर्ति को बेहतर करेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी रहे साथ
प्रधानमंत्री मोदी मंच तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ खुले वाहन में पहुंचे। मोदी ने नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार के विकास की दिशा में मिलकर कार्य करने का संकल्प दोहराया।
जनसभा में उमड़ा जनसैलाब
इस जनसभा को ऐतिहासिक बताया जा रहा है। भाजपा नेताओं का दावा है कि सासाराम की यह रैली अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक सभाओं में से एक रही। मंच से लेकर पंडाल तक जनता का उत्साह देखते ही बनता था। भाजपा इसे बिहार में चुनावी रणनीति के तौर पर भी देख रही है।
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