- पीएम मोदी के जीवन, विचार और नेतृत्व शैली पर आधारित पुस्तक में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के मिशन की झलक; 21वीं सदी को बताया नरेंद्र मोदी की सदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन, विचारों और नेतृत्व की कार्यशैली पर आधारित पुस्तक ‘मोदी का मिशन’ का आज मुंबई के राजभवन में भव्य लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। यह पुस्तक प्रसिद्ध वकील और लेखक बर्जिस देसाई द्वारा लिखी गई है और इसे रूपा पब्लिकेशन्स ने प्रकाशित किया है। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर वक्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को भारत के राष्ट्रीय पुनर्जागरण और आत्मनिर्भर भारत के मिशन से जोड़ते हुए उनके योगदान को ऐतिहासिक बताया।
पुस्तक में दर्शाया गया पीएम मोदी का “विचार से मिशन तक” का सफर
लेखक बर्जिस देसाई ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का जीवन “एक विचार की यात्रा” है — ऐसा विचार जो राष्ट्र निर्माण, आत्मनिर्भरता और विश्व स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करने का प्रतीक है।
उन्होंने बताया कि यह पुस्तक न केवल प्रधानमंत्री मोदी के राजनीतिक जीवन का वृत्तांत है बल्कि एक नैतिक और वैचारिक आंदोलन की कहानी भी है।
देसाई ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने दृढ़ संकल्प, अनुशासन और दूरदर्शिता के बल पर शुरुआती पूर्वाग्रहों और आलोचनाओं पर विजय पाई। उन्होंने भारत को आत्मविश्वासी राष्ट्र बनाने के लिए वह कार्य किया, जो पहले कभी नहीं हुआ था।”
पुस्तक में शामिल हैं बड़े निर्णयों का विश्लेषण
‘मोदी का मिशन’ पुस्तक में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लिए गए कई ऐतिहासिक निर्णयों का विश्लेषणात्मक वर्णन है —
जैसे कि अनुच्छेद 370 का निरस्तीकरण, विमुद्रीकरण, जीएसटी का क्रियान्वयन, अर्थव्यवस्था के औपचारीकरण के प्रयास, और पारदर्शी शासन प्रणाली की स्थापना।
लेखक ने इन सभी नीतियों को “एक विकसित भारत की आधारशिला” बताया है और कहा कि मोदी का मिशन केवल राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रयास है।
राज्यपाल ने कहा — विपरीत परिस्थितियों में मार्ग बनाने वाले ही महान
इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा,
“जो व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों में भी अपना रास्ता खुद बनाता है, वही वास्तव में महान कहलाता है, और नरेंद्र मोदी ने यह सिद्ध कर दिखाया है।”
राज्यपाल ने आगे कहा कि मोदी ने कई जटिल राष्ट्रीय मुद्दों को शांतिपूर्वक और बिना विवाद के सुलझाया है, जिससे भारत का मान-सम्मान वैश्विक स्तर पर बढ़ा है।
मुख्यमंत्री फडणवीस बोले — “21वीं सदी नरेंद्र मोदी की सदी”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ‘मोदी का मिशन’ पुस्तक प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और दृष्टिकोण का गहन विश्लेषण करती है।
उन्होंने कहा, “यह पुस्तक दिखाती है कि मोदी जी ने अपने मिशन को कैसे परिभाषित किया और उस पर अडिग रहते हुए भारत को नई दिशा दी। उन्होंने 2047 तक भारत को विकसित और सशक्त राष्ट्र बनाने की ठोस नींव रखी है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “जहाँ 20वीं सदी महात्मा गांधी की थी, वहीं 21वीं सदी निस्संदेह नरेंद्र मोदी की होगी।”
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने दी पुस्तक को पाठ्यक्रम में शामिल करने की सलाह
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ‘मोदी का मिशन’ पुस्तक अन्य पुस्तकों से अलग है क्योंकि यह प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तित्व, मूल्यों और कार्यों का ईमानदार चित्रण प्रस्तुत करती है।
उन्होंने कहा, “यह पुस्तक सच्चाई, साहस और निष्ठा के साथ लिखी गई है। गलत सूचनाओं और भ्रम के इस दौर में यह पुस्तक स्पष्ट दृष्टिकोण प्रदान करती है।”
शिंदे ने सुझाव दिया कि इस पुस्तक की प्रेरक कहानियों को विद्यालयों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए, ताकि छात्र प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और उनके कार्यों से प्रेरणा ले सकें।
भारत के विकास का जीवंत दस्तावेज
‘मोदी का मिशन’ पुस्तक में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को साधारण जीवन से असाधारण नेतृत्व तक के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक केवल एक नेता की कहानी नहीं बल्कि आत्मनिर्भर और गौरवशाली भारत की परिकल्पना का विस्तृत चित्रण है।









