मिजोरम रेल कनेक्टिविटी: प्रधानमंत्री मोदी ने आइजोल में पहली बैराबी-सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन किया
ऐतिहासिक दिन: मिजोरम पहली बार भारतीय रेलवे से जुड़ा
आइजोल। मिजोरम के लिए आज का दिन ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरबोत्तर राज्य की राजधानी आइजोल में पहली रेल लाइन का उद्घाटन किया। यह रेल लाइन मिजोरम को देश की राजधानी और पूरे भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ती है। प्रधानमंत्री ने बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन किया, जिसकी कुल लागत 8,070 करोड़ रुपये है। इस परियोजना में 45 सुरंगें और 55 बड़े पुल शामिल हैं, जो इंजीनियरिंग दृष्टि से चुनौतीपूर्ण हैं।

प्रधानमंत्री का संदेश: असली विकास और बुनियादी ढांचा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि असली विकास तभी संभव है, जब बुनियादी ढांचा देश के सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि हर राज्य की राजधानी को रेलवे नेटवर्क से जोड़ना उनकी प्राथमिकता रही है। मिजोरम आजादी के 78 वर्षों और भारतीय रेलवे के शुरू होने के 172 वर्षों के बाद रेल नेटवर्क से जुड़ रहा है। यह पहली बार है जब मिजोरम के लोग रेल की सीटी सुन रहे हैं और अपने राज्य में रेलगाड़ियों का अनुभव कर रहे हैं।
A landmark day for Mizoram as it joins India's railway map! Key infrastructure projects are also being initiated. Speaking at a programme in Aizawl. https://t.co/MxM6c2WZHZ
— Narendra Modi (@narendramodi) September 13, 2025
9,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने आइजोल में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। ये परियोजनाएं रेलवे, सड़क, ऊर्जा, खेल और अन्य बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में फैली हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं केवल सुविधाएं प्रदान नहीं करेंगी, बल्कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी मजबूत करेंगी। उन्होंने मिजोरम के लोगों के त्याग, सेवा, साहस और करुणा के मूल्यों की सराहना की।

बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन की तकनीकी चुनौती
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने परियोजना की तकनीकी चुनौतियों पर प्रकाश डाला। बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में बनाई गई है और अब मिजोरम को गुवाहाटी, कोलकाता, दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से जोड़ती है। इस रेल कनेक्टिविटी से व्यापार, पर्यटन और व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। रेलवे कनेक्टिविटी राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर को बाहर के पर्यटकों तक आसानी से पहुंचाएगी।


नई ट्रेनों का उद्घाटन और पर्यटन को बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी ने तीन नई ट्रेनों की शुरुआत भी की, जो मिजोरम को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेंगी। इससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय उद्योगों को मजबूती मिलेगी। रेलवे कनेक्टिविटी के माध्यम से राज्य के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में भी सुधार होगा।

खराब मौसम और हेलीकॉप्टर के माध्यम से उद्घाटन
भारी बारिश के कारण प्रधानमंत्री सीधे लेंगपुई हवाई अड्डे से लामुअल ग्राउंड तक नहीं पहुँच सके और हेलीकॉप्टर के जरिए उद्घाटन स्थल पहुँचना पड़ा। उन्होंने इस अवसर पर मिजोरम के लोगों का प्यार और स्नेह महसूस किया और कहा कि उनके साथ जुड़ने की खुशी उन्हें इस माध्यम से भी महसूस हुई।
सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
प्रधानमंत्री ने कहा कि मिजोरम के लोग हमेशा देश के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं। यह रेल कनेक्टिविटी केवल परिवहन सुविधा नहीं है, बल्कि राज्य और केंद्र सरकार के बीच विकास और नवाचार की मिसाल है। रेलवे परियोजना से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और स्थानीय उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।

आर्थिक और रोजगार सृजन में योगदान
रेलवे परियोजना न केवल यातायात सुविधा प्रदान करेगी बल्कि स्थानीय व्यवसाय और रोजगार सृजन में भी योगदान करेगी। इससे राज्य की आर्थिक गतिविधियाँ सक्रिय होंगी और लोग देश के मुख्य आर्थिक धारा में शामिल होंगे।
निष्कर्ष: मिजोरम के लिए ऐतिहासिक और विकासात्मक अवसर
आज का दिन मिजोरम और पूरे देश के लिए ऐतिहासिक है। इस रेल कनेक्टिविटी से राज्य के लोगों को सुविधा, रोजगार और पर्यटन के अवसर मिलेंगे। यह परियोजना प्रधानमंत्री मोदी की विकास और पूर्वोत्तर को मुख्यधारा में जोड़ने की दृष्टि का प्रमाण है।
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