मेघालय से आए एक सनसनीखेज़ मामले में इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी अब लगभग सुलझ गई है। हनीमून के दौरान अचानक लापता हुए राजा और उनकी पत्नी सोनम की तलाश के बाद अब सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने इस बात की जानकारी ट्वीट के माध्यम से दी, जबकि मेघालय के पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इस हत्या में राजा की पत्नी सोनम के अलावा चार लोग शामिल थे, जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक की अभी तलाश जारी है।
शादी से लेकर हत्या तक: घटनाक्रम का विस्तार
राजा रघुवंशी, जो इंदौर में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करते थे, उन्होंने 11 मई को सोनम के साथ धूमधाम से शादी की। आठ दिन बाद 20 मई को दोनों ने हनीमून के लिए यात्रा शुरू की। यह जोड़ा पहले गुवाहाटी पहुंचा, जहां कामाख्या माता के दर्शन किए। कुछ दिन बाद 23 मई को ये शिलांग पहुंचे, जहां से उनका मोबाइल नंबर 24 मई से बंद आ गया। इस अचानक संपर्क टूटने ने परिवार और पुलिस को चिंता में डाल दिया।
परिवार के लोग खुद शिलांग पहुंचे और पुलिस के साथ मिलकर दोनों की खोजबीन में जुट गए। पहाड़ी इलाकों की चुनौतियां और खराब मौसम की वजह से सर्चिंग कठिन हो गई। पुलिस ने कपड़ों की सूंघ-खोज के लिए प्रशिक्षित कुत्तों का भी इस्तेमाल किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। खोजबीन के बावजूद भी दोनों का कोई सुराग नहीं मिला, तो परिजनों ने उनकी सूचना देने वाले के लिए पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया।
ड्रोन कैमरे से मिली मौत की खबर
अंततः 2 जून को, ड्रोन कैमरे की मदद से खोजी टीम को शिलांग के डबलडेकर रूट पर 150 फीट गहरी खाई में राजा का शव मिला। शव की पहचान राजा के भाई विपिन ने की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हत्या की पुष्टि की, जिसमें शरीर पर धारदार हथियार के वार के निशान थे। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल पेड़ काटने वाले हथियार को भी बरामद किया। राजा का शव और मोबाइल-चेन न मिलने से यह मामला और भी पेचीदा बन गया।
पत्नी सोनम की गिरफ्तारी और पुलिस की जांच
राजा की हत्या के बाद से लापता पत्नी सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार सोनम ने पेशेवर हत्यारों को सुपारी दी थी, जो मध्यप्रदेश के ही हैं। मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा ने ट्वीट कर बताया कि तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक फरार है।
सोनम की गिरफ्तारी के बाद परिवार में भारी आक्रोश और संदेह की स्थिति बनी हुई है। सोनम के पिता देवी सिंह ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि उनकी बेटी निर्दोष है और मेघालय पुलिस ने उसे फंसाने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि सोनम को ढाबे से फोन कराते हुए खोज निकाला गया था और पुलिस ने सही तरीके से सहयोग नहीं किया।

रहस्य अब भी बना हुआ है
पुलिस को राजा के शव के पास से एक सफेद टी-शर्ट और एक लाल-काला जैकेट मिली है, जो अभी फॉरेंसिक जांच के लिए भेजी गई हैं। ये वस्तुएं सोनम या किसी हमलावर की हो सकती हैं। स्कूटी की हालत और मोबाइल फोन की गुमशुदगी से भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर दोनों के मोबाइल क्यों बंद हुए और स्कूटी छोड़कर वे किस रास्ते से गए।
राजा के भाई ने भी पहले कई गंभीर आशंकाएं जताई थीं कि यह हत्या लूटपाट के इर्द-गिर्द हो सकती है, और सोनम को बांग्लादेश ले जाने का भी संदेह था। अब जब सोनम गिरफ्तार हो चुकी है, तो पुलिस पूरी साजिश का खुलासा करने में जुटी है।
निष्कर्ष
यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि विश्वासघात, साजिश और रहस्य का भी है। एक हनीमून जो खुशियों से भरा होना चाहिए था, वह अचानक मौत की कहानी में बदल गया। सोनम के गिरफ्तार होने से पुलिस को मामले की तह तक जाने का मौका मिला है, लेकिन परिवार और समाज दोनों में न्याय की उम्मीदें अब भी जगी हैं।
मेघालय पुलिस की जांच अभी जारी है, और आने वाले दिनों में इसके और खुलासे हो सकते हैं। इस बीच, यह मामला प्रदेश-प्रदेश की सीमाओं को पार करते हुए एक बड़ी कानूनी और भावनात्मक लड़ाई में बदल चुका है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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