मसूद अजहर का रिश्तेदार और जैश से जुड़ा कारी एजाज आबिद गोलियों से मारा गया
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में आतंक की खेती करने वालों के खिलाफ एक और करारा प्रहार हुआ है। जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार और संगठन के लिए युवाओं की भर्ती करने वाला कारी एजाज आबिद पेशावर में अज्ञात हमलावरों का निशाना बन गया। हमले में उसका साथी कारी शाहिद भी गंभीर रूप से घायल हो गया है।
घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर शहर के पिस्तखारा इलाके की है, जहां एजाज आबिद एक मस्जिद से बाहर निकलते वक्त अज्ञात बंदूकधारियों ने उस पर अंधाधुंध फायरिंग की। मौके पर ही उसकी मौत हो गई, जबकि उसका सहयोगी घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती है।
जैश का भर्ती मास्टरमाइंड था एजाज
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कारी एजाज आबिद अहले सुन्नत वल जमात नामक संगठन का प्रमुख सदस्य था। साथ ही वह खत्म-ए-नबूवत संगठन का प्रांतीय नेता भी था। वह देवबंदी विचारधारा से जुड़ा था और मसूद अजहर का नजदीकी रिश्तेदार होने के साथ-साथ उसका पुराना साथी भी रहा है। दोनों ने मिलकर कई बार मंच साझा किया और युवावस्था में एक साथ पढ़ाई की थी।
जैश-ए-मोहम्मद के लिए करता था ब्रेनवॉश
कारी एजाज आबिद का असली काम जैश-ए-मोहम्मद के लिए युवाओं को तैयार करना था। वह सीधे जैश से जुड़ने के बजाय अपने संगठन के माध्यम से युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा में ढालता था। शुरुआत में वह उन्हें धार्मिक जलसों में बुलाता, फिर धीरे-धीरे ब्रेनवॉश करके जैश के आतंकी शिविरों में हथियार और विस्फोटक प्रशिक्षण के लिए भेज देता था।
मसूद अजहर की रणनीति का था अहम हिस्सा
सूत्रों की मानें तो यह पूरा तंत्र मसूद अजहर की रणनीति का हिस्सा था। अजहर चाहता था कि उसकी आतंकी फैक्ट्री में भर्ती होने वाले नए आतंकियों की स्क्रीनिंग दूसरे संगठनों के ज़रिए हो ताकि उनकी वफादारी और उपयोगिता की जांच की जा सके। इसी वजह से एजाज आबिद जैसे लोग फिल्टर की भूमिका निभा रहे थे।
पाकिस्तान में तीसरे ‘गुप्त’ सफाए की कड़ी
पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों पर हुए ऐसे गुप्त हमले यह संकेत दे रहे हैं कि किसी अज्ञात शक्ति ने आतंकवाद के खिलाफ एक अदृश्य मोर्चा खोल दिया है। इससे पहले भी कई कुख्यात आतंकियों की रहस्यमयी तरीकों से मौत हो चुकी है।
इस बार भी हमलावर कौन थे, इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन इतना तय है कि पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों का काल मंडरा रहा है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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