मारुति सुजुकी इंडिया का दूसरी तिमाही में 3,349 करोड़ रुपए का मुनाफा, 5.50 लाख कारों की बिक्री; राजस्व 13% बढ़ा

कंपनी ने जुलाई-सितंबर 2025 में बेचीं 5.50 लाख गाड़ियां, एक्सपोर्ट में 42% की भारी बढ़त

नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई–सितंबर) के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी ने इस तिमाही में कुल 43,290 करोड़ रुपए की कमाई की है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 38,972 करोड़ रुपए की तुलना में 11% अधिक है।

कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में 5.50 लाख गाड़ियों की बिक्री की गई। इनमें घरेलू बिक्री थोड़ी घटी, लेकिन विदेशी बाजारों में रिकॉर्ड एक्सपोर्ट ने कंपनी के प्रदर्शन को मजबूती दी।

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💰 3,349 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा, 8% की बढ़ोतरी

कुल आय में से टैक्स, सैलरी और कच्चे माल की लागत जैसे खर्च निकालने के बाद कंपनी के पास 3,349 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (Net Profit) बचा।
यह पिछले साल की समान तिमाही के 3,102 करोड़ रुपए के मुकाबले 8% की बढ़ोतरी दर्शाता है।

मारुति सुजुकी ने कहा कि स्थिर उत्पादन क्षमता, मजबूत उत्पाद पोर्टफोलियो और निर्यात मांग ने मुनाफे में यह बढ़ोतरी सुनिश्चित की है।

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🚗 रेवेन्यू 13% बढ़कर 42,344 करोड़ रुपए पहुंचा

दूसरी तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व (Revenue) 13% की वृद्धि के साथ ₹42,344 करोड़ रहा।
पिछले साल जुलाई–सितंबर 2025 तिमाही में यह आंकड़ा ₹37,449 करोड़ था।

कंपनी का कहना है कि SUV और कॉम्पैक्ट सेगमेंट की मजबूत बिक्री और एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी से रेवेन्यू में यह उछाल दर्ज हुआ।


📈 सेल्स ग्रोथ 1.7%, घरेलू बाजार कमजोर लेकिन एक्सपोर्ट ने संभाला मोर्चा

दूसरी तिमाही में मारुति सुजुकी ने कुल 5,50,874 गाड़ियां बेचीं, जो पिछले साल की तुलना में 1.7% अधिक है।

  • घरेलू बिक्री (Domestic Sales): 4,40,387 यूनिट्स — 5.1% की गिरावट
  • निर्यात (Export): 1,10,487 यूनिट्स — 42.2% की शानदार बढ़ोतरी

कंपनी के अनुसार, घरेलू बाजार में मांग स्थिर रही, जबकि अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और एशिया के नए बाजारों में एक्सपोर्ट में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।


📊 मारुति का शेयर एक साल में 46% उछला

दूसरी तिमाही के बेहतर नतीजों के बाद मारुति सुजुकी का शेयर आज मामूली बढ़त के साथ ₹16,215 पर कारोबार कर रहा है।
पिछले छह महीनों में शेयर ने 32% रिटर्न, जबकि जनवरी से अब तक 45% का उछाल दिया है।
पिछले एक वर्ष में कंपनी के शेयर ने 46% की वृद्धि दर्ज की है।

वर्तमान में मारुति सुजुकी का मार्केट कैप ₹5.10 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में सबसे अधिक है।

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⚙️ कंपनी का प्रदर्शन: लागत नियंत्रण और नई तकनीक का प्रभाव

मारुति सुजुकी ने कहा कि उत्पादन क्षमता में सुधार, ईंधन दक्षता वाले मॉडलों की मांग और नई तकनीक आधारित वाहनों की बिक्री ने कंपनी के प्रदर्शन को सहारा दिया।

कंपनी ने इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड सेगमेंट में भी नए प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। आने वाले महीनों में EV मॉडल्स के लॉन्च की तैयारी चल रही है।


🏢 मारुति सुजुकी का इतिहास — 1981 में हुई स्थापना, 1983 में आई पहली कार

मारुति सुजुकी की शुरुआत 24 फरवरी 1981 को हुई थी, जब इसे मारुति इंडस्ट्रीज लिमिटेड के रूप में भारत सरकार के स्वामित्व में स्थापित किया गया।
इसके बाद 1982 में जापान की सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर एक जॉइंट वेंचर के रूप में इसे नया नाम मिला — मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड

1983 में कंपनी ने भारतीय उपभोक्ताओं के लिए पहली बजट कार मारुति 800 लॉन्च की, जिसकी कीमत ₹47,500 रखी गई थी।
यह कार भारत की ‘मिडिल क्लास कार संस्कृति’ की शुरुआत साबित हुई।

पिछले 40 वर्षों में कंपनी ने भारत में करीब 3 करोड़ गाड़ियां बेचकर एक ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है।

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🌏 भविष्य की रणनीति: ईवी और ग्रीन मोबिलिटी पर फोकस

मारुति सुजुकी अब ग्रीन मोबिलिटी और इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर बड़ा दांव लगाने की तैयारी में है।
कंपनी आने वाले वर्षों में भारत में ही ईवी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित करने और नए हाइब्रिड मॉडल्स लॉन्च करने की योजना बना रही है।

कंपनी के शीर्ष अधिकारियों का कहना है —
“हमारा लक्ष्य है कि भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को सुलभ और सस्ती बनाएं, जैसे 1980 के दशक में मारुति 800 ने कार को सुलभ बनाया था।”