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February 15, 2025 8:12 PM

मणिपुर में कुकी उग्रवादियों की गोलीबारी, पत्रकार घायल

मणिपुर में कुकी उग्रवादियों की गोलीबारी: पत्रकार और सुरक्षाकर्मी घायल"

इंफाल। मणिपुर में शनिवार को कांगपोकपी और पूर्वी इंफाल जिले की सीमा पर स्थित पोरिफरल इलाके में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों की गोलीबारी में एक स्थानीय वीडियो पत्रकार लीमापोकपम कबीचंद्र घायल हो गए। उन्हें सेना के जवानों ने तुरंत राज्य मेडिसिन (अस्पताल) में भर्ती कराया। कबीचंद्र को जांघ में गोली लगी है, और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।

शुक्रवार रात भी हुई थी गोलीबारी

राज्य पुलिस मुख्यालय के अनुसार, शुक्रवार रात कांगपोकपी जिले के मैदानी इलाके में स्थित एक गांव में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा गोलीबारी की गई थी। इस हमले में मणिपुर पुलिस का एक जवान, एक ग्राम रक्षक, और मेइतेई सशस्त्र समूह अरामबाई तेंगल का एक सदस्य घायल हो गए।

शनिवार सुबह दोबारा हमला

शनिवार सुबह उग्रवादियों ने फिर से हमला किया। उन्होंने एक पहाड़ी की चोटी से गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान घटनास्थल पर मौजूद पत्रकार लीमापोकपम कबीचंद्र को गोली लग गई। पुलिस और सुरक्षा बलों ने क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास जारी है।

मादक पदार्थ विरोधी अभियान से उपजा तनाव

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के टी लंघईमल इलाके में शुक्रवार से मादक पदार्थ विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने लगभग सात एकड़ अफीम के खेतों को नष्ट कर दिया। इस कार्रवाई से कुकी उग्रवादी भड़क गए हैं, जो इन इलाकों में मादक पदार्थों की अवैध खेती और व्यापार में सक्रिय बताए जाते हैं।

सुरक्षा बल सतर्क

गोलीबारी की घटनाओं के बाद सुरक्षा बल सतर्क हो गए हैं। मणिपुर पुलिस, असम राइफल्स और अन्य सुरक्षा एजेंसियां क्षेत्र में संभावित खतरे का आकलन कर रही हैं।

कुकी उग्रवादियों की बढ़ती गतिविधियां

मणिपुर में कुकी उग्रवादी पिछले कुछ समय से अधिक आक्रामक हो गए हैं। मादक पदार्थ विरोधी अभियान से उनके अवैध कारोबार पर प्रभाव पड़ने की वजह से इनकी गतिविधियों में तेजी आई है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

मणिपुर में बिगड़ती स्थिति

यह घटना मणिपुर में पहले से तनावपूर्ण माहौल को और जटिल बना रही है। कुकी और मेइतेई समुदायों के बीच हालिया संघर्षों ने राज्य में शांति व्यवस्था पर गंभीर असर डाला है।

पत्रकारों के लिए खतरा बढ़ा

घटनास्थल पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं। पत्रकार लीमापोकपम कबीचंद्र की चोट इस बात की याद दिलाती है कि संघर्ष क्षेत्रों में पत्रकारिता करना कितना खतरनाक हो सकता है।

सरकार और सुरक्षा बल की प्रतिक्रिया

राज्य सरकार और सुरक्षा बल स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। मादक पदार्थों की खेती और कुकी उग्रवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।


मणिपुर में कुकी उग्रवादियों की बढ़ती गतिविधियां राज्य की सुरक्षा और शांति के लिए गंभीर चुनौती पेश कर रही हैं। मादक पदार्थ विरोधी अभियान और स्थानीय स्तर पर चल रही गोलीबारी ने हालात को और गंभीर बना दिया है।

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