मंडी में बादल फटने से तबाही: 3 की मौत, भूस्खलन और बाढ़ से हालात गंभीर
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का कहर एक बार फिर कहर बनकर टूटा है। सोमवार रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते मंडी जिले में बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे शहर के कई इलाके तबाह हो गए। जेल रोड और हॉस्पिटल रोड क्षेत्र में अचानक आए उफान ने लोगों को संभलने का मौका नहीं दिया। इस भीषण आपदा में अब तक तीन लोगों की मौत और एक व्यक्ति के घायल होने की पुष्टि की गई है।
मलबे में दबकर तीन की मौत, 15 को सुरक्षित निकाला गया
मंडी के जेल रोड वार्ड की पूर्व पार्षद कृष्णा के बेटे, बहू और पोते की मलबे में दबने से मौत हो गई। तीनों के शव राहत और बचाव कार्यों के दौरान मलबे से बाहर निकाले गए। एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसकी टांग टूट गई है।
घटना के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। करीब 15 लोगों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। एक घर में फंसे दो लोगों को आसपास के लोगों ने खिड़की तोड़कर बाहर निकाला।

घरों में घुसा मलबा और पानी, गाड़ियां भी दबीं
बादल फटने की वजह से शहर के कई हिस्सों में नालों का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे बाढ़ का पानी और मलबा घरों के अंदर तक घुस गया। कई कारें मलबे में दब गईं, और लोगों को अपने घरों से निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रभावित इलाकों में तत्काल बचाव टीमें तैनात की हैं।
भूस्खलन से बंद हुए हाईवे, यात्री फंसे
चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-3) और मंडी-पठानकोट हाईवे (एनएच-154) पर भी कई जगह भूस्खलन हुआ है। इन मार्गों पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है और बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। लोक निर्माण विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और प्रशासन की टीमें रास्ते खोलने में जुटी हैं, वहीं एनडीआरएफ को भी अलर्ट पर रखा गया है।

प्रदेश में अब तक 164 मौतें
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक कुल 164 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से अधिकांश मौतें भूस्खलन, बादल फटने और बाढ़ की घटनाओं के कारण हुई हैं। प्राकृतिक आपदाओं ने राज्य के बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है।
मौसम विभाग की चेतावनी: 24 घंटे और भारी बारिश
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में मंडी सहित पूरे हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है। इससे राहत और बचाव कार्यों में बाधाएं आ सकती हैं और स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है। प्रशासन ने लोगों को निचले इलाकों से हटने और अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील की है।
प्रशासन की अपील
मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और आपात स्थिति में प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने बताया कि सभी संबंधित विभाग आपदा प्रबंधन के लिए पूरी तरह से सक्रिय हैं और हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
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