- यात्रियों से भरी बस ग्राम शिकारीटोला के पास अनियंत्रित होकर पलट गई
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद ज़िले में एक बड़ा हादसा टल गया, जब यात्रियों से भरी बस ग्राम शिकारीटोला के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। नारायणपुर से रायपुर जा रही यह बस करीब 40 से अधिक यात्रियों को लेकर रवाना हुई थी और राजनांदगांव-दल्लीराजहरा मार्ग से गुजर रही थी । जैसे ही बस डौंडीलोहारा के पास पहुंची, चालक ने अचानक नियंत्रण खो दिया और वाहन सड़क से उतरकर पलट गया।
हादसे में मची चीख-पुकार, फिर राहत की सांस
घटना के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। पांच यात्रियों को हल्की चोटें आईं, जिन्हें पास के स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। प्रशासन और स्थानीय ग्रामीणों ने मिलकर राहत कार्यों में मदद की।
तेज रफ्तार और सड़कों की खस्ताहाल बनी हादसों की वजह
प्राथमिक जांच में तेज गति और सड़क की खराब स्थिति को हादसे का संभावित कारण माना जा रहा है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि इस मार्ग पर सड़कों की हालत काफी जर्जर है, और पहले भी कई बार वाहन पलटने की घटनाएं हो चुकी हैं।
बालोद: एक हादसे से बचा, लेकिन दूसरा भूला नहीं
गौरतलब है कि बालोद में मार्च में हुए एक हादसे की यादें अभी भी ताज़ा हैं, जब मोटरसाइकिल और खड़े ट्रक की टक्कर में तीन युवकों की मौत हो गई थी। पीयूष साहू (17), अनिल साहू (18), और विकास ठाकुर (22) की मौत अर्जुन्दा थाना क्षेत्र में मनकी गांव के पास हुई थी। यह हादसा भी सड़क सुरक्षा की चिंताओं को गहरा करता है।
क्या कहती है ये घटनाएं?
इन दो घटनाओं से यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ के कई ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है। न केवल वाहन चालकों की लापरवाही, बल्कि प्रशासन की उदासीनता भी इन हादसों के पीछे जिम्मेदार मानी जा सकती है। सड़क मरम्मत, गति नियंत्रण, साइनेज और चालकों की ट्रेनिंग जैसे बुनियादी उपायों पर जल्द ध्यान देने की ज़रूरत है।