प्रयागराज। महाकुंभ-2025 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जल जीवन मिशन के तहत बुंदेलखंड के गांव-गांव में पहुंचाए गए ‘हर घर जल’ के प्रयासों को श्रद्धालु सीधे देख सकेंगे। यह मिशन बुंदेलखंड में पानी की संकट की स्थितियों को सुधारने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, और इसकी सफलता की गाथा महाकुंभ में लोगों के सामने पेश की जाएगी। जल जीवन मिशन ने कैसे इस क्षेत्र के गांवों को पानी की सुविधा से जोड़कर लोगों का जीवन बदल दिया, यह बदलाव की कहानी महाकुंभ में देखी जा सकेगी।
जल जीवन मिशन की सफलता का प्रदर्शन
वर्ष 2017 से पहले, बुंदेलखंड में पानी की स्थिति बेहद खराब थी, जिससे यहां के निवासियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। पानी की कमी के कारण न केवल दैनिक जीवन में दिक्कतें होती थीं, बल्कि गांवों में शादी और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन भी मुश्किल हो गया था। हालांकि, जल जीवन मिशन के जरिए यह तस्वीर अब बदल चुकी है। अब हर घर तक पानी पहुंचाने के इस प्रयास ने लोगों का जीवन बेहतर किया है। महाकुंभ में इस बदलाव की गाथा को प्रमुखता से दिखाया जाएगा।
ग्रामीण जलापूर्ति एवं नमामि गंगे विभाग द्वारा महाकुंभ में एक जल मंदिर (प्रदर्शनी) भी स्थापित किया जाएगा, जो जल जीवन मिशन की सफलता और जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित करेगा। इस जल मंदिर में भगवान शिव की जटा से गंगा धरती पर आती हुई प्रतीकात्मक दृश्यता दिखाई जाएगी, और जल को जीवनदायिनी और अद्भुत प्रसाद के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
जल मंदिर और जल आरती का आयोजन
जल मंदिर में सुबह और शाम को जल आरती का आयोजन होगा, जिसमें जल जीवन मिशन की गाथा और जल संरक्षण का संदेश दिया जाएगा। यह जल आरती जल के महत्व को समझाने के साथ-साथ इस पर ध्यान देने और इसे बचाने की आवश्यकता को भी उजागर करेगी। इस आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं को जल प्रसाद के रूप में संगम का जल और जल जीवन मिशन से जुड़ी अध्ययन सामग्री भी वितरित की जाएगी। इसके अलावा, स्वच्छ सुजल गांव में आने वाले अतिथियों को नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।
बुंदेलखंड की ग्रामीण महिलाएं बयां करेंगी बदलाव की गाथा
महाकुंभ में आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में बुंदेलखंड के ग्रामीण महिलाएं भी हिस्सा लेंगी, जो जल जीवन मिशन के प्रभावों को अपने अनुभवों से बयां करेंगी। इन महिलाओं के जीवन में शुद्ध पानी आने के बाद हुए सकारात्मक बदलाव को वे सामने लाएंगी। बुंदेलखंड के बांदा, झांसी, चित्रकूट, ललितपुर, महोबा और अन्य गांवों में पानी की गंभीर कमी के कारण महिलाओं को शारीरिक और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा था। पानी की समस्या को लेकर उनकी जिन्दगी में बड़े बदलाव आए हैं, जिन्हें वे मंच पर साझा करेंगी।
यह प्रदर्शनी खासतौर पर उन महिलाओं के अनुभवों को दर्शाएगी, जिनकी शादी की समस्याएं पानी की कमी के कारण थीं और जिनकी सेहत पानी ढोने के बोझ से खराब हो गई थी। जल जीवन मिशन के तहत हर घर में पानी की आपूर्ति के बाद उनकी जीवनशैली में आए सुधार को महाकुंभ में प्रदर्शित किया जाएगा।
स्वच्छ सुजल गांव की प्रदर्शनी
महाकुंभ-2025 में 10 जनवरी से 26 फरवरी तक ‘स्वच्छ सुजल गांव’ नामक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। यह प्रदर्शनी 40,000 वर्ग फीट के क्षेत्र में फैली होगी और इसमें बुंदेलखंड के जल जीवन मिशन की सफलता की तस्वीर पेश की जाएगी। प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं, जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, ग्राम पंचायत विकास और गांवों में सौर ऊर्जा के उपयोग पर भी प्रकाश डाला जाएगा।
यह प्रदर्शनी प्रदेश के विकास कार्यों की एक अनूठी तस्वीर प्रस्तुत करेगी और दिखाएगी कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य ने जल जीवन और ग्रामीण विकास की दिशा में अभूतपूर्व कदम उठाए हैं।
प्रदर्शनी की भाषा और दर्शक
प्रदर्शनी में दी जाने वाली जानकारी पांच प्रमुख भाषाओं में उपलब्ध होगी—हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, तेलगू, और मराठी, ताकि अधिक से अधिक दर्शक इसका लाभ उठा सकें और जल जीवन मिशन के माध्यम से आए बदलाव को समझ सकें।
यह प्रदर्शनी महाकुंभ में आने वाले हर श्रद्धालु को न केवल जल जीवन मिशन से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों से परिचित कराएगी, बल्कि जल संरक्षण और पर्यावरण को बचाने के प्रयासों के प्रति जागरूक भी करेगी।
कुल मिलाकर महाकुंभ-2025 में जल जीवन मिशन का प्रदर्शन
महाकुंभ-2025 में आयोजित होने वाली जल जीवन मिशन प्रदर्शनी और कार्यक्रम न केवल जल संरक्षण के महत्व को उजागर करेंगे, बल्कि यह बुंदेलखंड और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण विकास की अद्भुत सफलता की गाथा भी पेश करेंगे। यह प्रदर्शनी जल जीवन मिशन की सफलता, जल सुरक्षा, और जल संरक्षण के लिए एक प्रेरणा बनेगी, जो समाज के हर वर्ग को जागरूक करेगी।