मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में बीते कुछ दिनों से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच अनबन की खबरें चर्चा में थीं। इन अटकलों पर अब शिंदे ने खुद जवाब दिया है और किसी भी तरह के मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि महायुति गठबंधन (भाजपा-शिवसेना-एनसीपी) में सबकुछ ठीक है और सरकार में किसी तरह का विवाद नहीं है।
शिंदे और फडणवीस के बीच कथित मतभेद की खबरें तब तेज हुईं जब शिंदे ने मुख्यमंत्री राहत कोष (CM Relief Fund) की तरह एक अलग मेडिकल सेल बनाने की घोषणा की। इस फैसले पर विपक्ष ने सवाल उठाते हुए इसे ‘समानांतर सत्ता’ स्थापित करने की कोशिश बताया था।
शिंदे का बयान – ‘कोई प्रतिस्पर्धा नहीं, मरीजों को मिलेगी बेहतर सेवा’
मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया कि यह मेडिकल सेल किसी प्रतिस्पर्धी व्यवस्था के रूप में नहीं बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के वॉर रूम के साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा,
“यह नया सेल जरूरतमंद मरीजों की मदद के लिए बनाया गया है ताकि उन्हें जल्दी और बेहतर इलाज मिल सके। इसका उद्देश्य किसी भी तरह की राजनीति करना नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र के लोगों की सेवा करना है।”
फडणवीस ने भी दी सफाई, कहा- ‘ऐसा सेल बनाना कोई नई बात नहीं’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस मुद्दे पर सफाई दी और किसी भी तरह के मतभेद से इनकार किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के सेल का गठन कोई गलत बात नहीं है क्योंकि इसका मकसद सिर्फ जरूरतमंद लोगों की मदद करना है।
फडणवीस ने कहा,
“जब मैं उपमुख्यमंत्री था, तब मैंने भी इसी तरह का सेल बनाया था। अगर इस पहल से मरीजों को फायदा मिलता है, तो इसमें गलत क्या है? हम सब मिलकर सरकार चला रहे हैं और हमारा लक्ष्य केवल महाराष्ट्र के नागरिकों की भलाई करना है।”
विपक्ष का आरोप – ‘राज्य में दोहरी सरकार चल रही है’
शिंदे की सफाई विपक्षी दलों के आरोपों के बाद आई है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा,
“महाराष्ट्र में अब दोहरी नहीं, बल्कि तीन-तीन सरकारें चल रही हैं। एक फडणवीस की, दूसरी शिंदे की और तीसरी अजित पवार की। अगर सरकार इसी तरह चलती रही, तो राज्य में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ेगी।”
राउत ने यह भी आरोप लगाया कि शिंदे कैंप और फडणवीस के बीच मनमुटाव बढ़ रहा है और आने वाले समय में यह सरकार गिर सकती है।
बीजेपी का जवाब – ‘गठबंधन मजबूत है, कोई संकट नहीं’
विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी नेताओं ने भी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा,
“महायुति पूरी तरह से एकजुट है और विपक्ष बेवजह भ्रम फैला रहा है। सरकार में कोई अस्थिरता नहीं है।”
क्या महाराष्ट्र की राजनीति में बढ़ रही हैं दरारें?
महाराष्ट्र में महायुति सरकार बनने के बाद से ही गठबंधन की एकता पर सवाल उठते रहे हैं।
- पहले एनसीपी में बगावत के बाद अजित पवार गुट के सरकार में शामिल होने से समीकरण बदले।
- अब शिंदे और फडणवीस के बीच कथित मतभेद की खबरें आ रही हैं।
- शिवसेना (उद्धव गुट) लगातार सरकार गिरने की भविष्यवाणी कर रहा है।
हालांकि, शिंदे और फडणवीस ने साफ कर दिया है कि सरकार में कोई मतभेद नहीं है और गठबंधन मजबूती से काम कर रहा है। अब देखना होगा कि क्या यह महज राजनीतिक बयानबाजी है, या महाराष्ट्र की राजनीति में कोई बड़ा बदलाव होने वाला है।