14 वर्षीय बच्चे सहित दो की मौत, डॉक्टरों ने घबराने के बजाय सतर्क रहने की दी सलाह

मुंबई। महाराष्ट्र के सांगली जिले में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) से शनिवार को दो और मरीजों की मौत हो गई। इनमें एक 14 वर्षीय बच्चा और एक महिला शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। मिराज सरकारी अस्पताल के अधिष्ठाता (डीन) डॉ. प्रकाश गुरव ने इस खबर की पुष्टि की और आम नागरिकों से इस बीमारी को लेकर घबराने के बजाय सतर्क रहने की अपील की है।

14 वर्षीय बच्चे ने अस्पताल में तोड़ा दम

मिराज सरकारी अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ. गुरव के अनुसार, कर्नाटक के हुक्केरी जिले का 14 वर्षीय बच्चा गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से पीड़ित था। उसे 31 जनवरी को सांगली के मिराज सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार सुबह उसकी मृत्यु हो गई।

महिला की शुक्रवार रात को हुई मौत

GBS से ग्रसित दूसरी मरीज सोलापुर जिले के सांगोला की रहने वाली एक महिला थीं। उन्हें गुरुवार दोपहर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन गंभीर हालत के चलते शुक्रवार देर रात उनकी भी मौत हो गई।

GBS से अब तक 11 मौतें, डॉक्टरों की सतर्कता की सलाह

राज्य में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। डॉ. गुरव ने कहा कि यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी है, जिसमें सही समय पर इलाज मिलने पर मरीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहना जरूरी है। अगर किसी को इस बीमारी के लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।"

क्या है गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS)?

गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक दुर्लभ ऑटोइम्यून न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली ही नसों पर हमला करने लगती है। इसके कारण मांसपेशियों में कमजोरी, झुनझुनी, दर्द और गंभीर मामलों में लकवे जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, लेकिन सही समय पर इलाज से मरीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं।

GBS के प्रमुख लक्षण:

  • मांसपेशियों में कमजोरी और झुनझुनी
  • शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन
  • तेज दर्द और ऐंठन
  • चलने-फिरने में कठिनाई
  • सांस लेने में दिक्कत (गंभीर मामलों में)

राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने सांगली में बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है और GBS के उपचार के लिए आवश्यक दवाइयां और सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सांगली के नागरिकों से अपील की गई है कि यदि उन्हें किसी भी तरह के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत अस्पताल जाकर जांच कराएं।

(रिपोर्ट: स्वदेश ज्योति डेस्क)