महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल के बीच, राज्य में नई सरकार गठन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना के उद्धव गुट के नेता एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने आज महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.वी. राधाकृष्णन से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। यह मुलाकात महाराष्ट्र के आगामी मुख्यमंत्री के पद को लेकर पैदा हुई असमंजस की स्थिति के बाद हुई है।
सरकार बनाने का दावा
महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा, एकनाथ शिंदे और शरद पवार के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर आवश्यक दस्तावेज़ और बहुमत का समर्थन पेश किया। देवेंद्र फडणवीस, जो पहले भी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, इस बार फिर से मुख्यमंत्री बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं। वहीं, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट और NCP के शरद पवार की पार्टी भी इस गठबंधन का हिस्सा हैं।
राज्यपाल से मिलकर पेश किया समर्थन
राज्यपाल सी.वी. राधाकृष्णन से मुलाकात में महायुति के नेताओं ने बताया कि उनके पास विधानसभा में बहुमत प्राप्त है, और वे राज्य में सरकार बनाने की प्रक्रिया में हैं। इस दौरान, नेताओं ने विधानसभा में बहुमत के प्रमाण के रूप में विभिन्न विधायक दलों का समर्थन प्रस्तुत किया, ताकि सरकार गठन की औपचारिक प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू हो सके।
मुख्यमंत्री की नियुक्ति पर सवाल
महाराष्ट्र में सरकार बनाने की प्रक्रिया के दौरान मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे। कुछ समय से यह चर्चा थी कि देवेंद्र फडणवीस को फिर से मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि, शरद पवार और एकनाथ शिंदे की उपस्थिति ने यह सुनिश्चित किया कि शिवसेना और NCP भी गठबंधन में अपनी भूमिका निभाएंगे।
राजनीतिक स्थिति की स्पष्टता
इस राजनीतिक घटनाक्रम से राज्य में राजनीतिक स्थिति में कुछ स्पष्टता आई है। इसके पहले, शिवसेना और भाजपा के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद था, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि महायुति के नेताओं ने मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है। इससे महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता का दौर समाप्त होता हुआ दिख रहा है और राज्य में एक स्थिर सरकार बनने की संभावना बढ़ी है।
महाराष्ट्र में होने वाले आगामी बदलाव
महायुति के नेताओं के राज्यपाल से मिलने के बाद अब राज्य में जल्द ही एक नई सरकार का गठन होने की उम्मीद है। इसके साथ ही, आगामी दिनों में मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों की शपथ ग्रहण के कार्यक्रम की तारीख भी तय की जा सकती है। राज्य में नई सरकार के गठन के बाद विकास कार्यों और सामाजिक योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, और मुख्यमंत्री पद की घोषणा के बाद विधानसभा में बहुमत का प्रमाण पेश किया जाएगा।
बड़ी खबरें:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद को लेकर अब जल्द ही कोई स्पष्ट निर्णय लिया जा सकता है, और राज्य में राजनीतिक स्थिरता लौटने की उम्मीद है।
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/12/maharshtra-cm-1.jpg)