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March 18, 2025 7:14 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश: महाकुंभ से अभिभूत, अब सोमनाथ जाऊंगा

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प्रयागराज, 26 फरवरी 2025:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ 2025 को ‘एकता के महायज्ञ’ की संज्ञा देते हुए कहा कि भारत को अपनी विरासत पर गर्व है और वह नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इस आयोजन को परिवर्तन के युग की आहट बताते हुए कहा कि यह देश के भविष्य को एक नई दिशा देने वाला अवसर है।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने विचार साझा करते हुए लिखा, “महाकुंभ संपन्न हुआ…एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में 45 दिनों तक 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ इस पर्व से जुड़ी, जो अभिभूत करने वाला दृश्य था। महाकुंभ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का प्रयास किया है।”

उन्होंने कहा कि इस महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी संख्या ने केवल एक रिकॉर्ड नहीं बनाया, बल्कि हमारी संस्कृति और विरासत को मजबूती प्रदान करने वाली एक सशक्त नींव भी रखी है। यह आयोजन दुनियाभर के प्रबंधन पेशेवरों, योजना निर्माताओं और नीति विशेषज्ञों के लिए शोध का विषय बन चुका है।

महाकुंभ 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने बनाया स्वच्छता का विश्व रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 के दौरान दुनिया के सबसे बड़े एकीकृत स्वच्छता अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। यह रिकॉर्ड इस बात का प्रमाण है कि स्वच्छता को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता और प्रयास अत्यंत प्रभावी रहे हैं।

एक भारत, श्रेष्ठ भारत का प्रतीक

महाकुंभ में समाज के हर वर्ग और क्षेत्र के लोगों ने एकता का परिचय दिया। यह आयोजन ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का एक चिर स्मरणीय दृश्य बन गया, जिसने करोड़ों देशवासियों के आत्मविश्वास को नया आयाम दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए देशवासियों के परिश्रम, प्रयास और संकल्प की सराहना की।

महाकुंभ से अभिभूत होकर प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि वह अब द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ के दर्शन के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के प्रति उनकी श्रद्धा का प्रतीक होगी।

महाकुंभ का विधिवत समापन और सफाई अभियान

महाकुंभ 2025 का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर हुआ। इस पावन पर्व पर 1.53 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। पूरे आयोजन के दौरान कुल 66 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में संगम स्नान करने पहुंचे। इतने विशाल आयोजन के बाद सफाई व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

महाकुंभ के समापन के अगले ही दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वयं सफाई अभियान में हिस्सा लिया। संगम किनारे स्थित अरैल घाट पर मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने झाड़ू लगाई, गंगा तट से कचरा हटाया और मां गंगा की पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने सफाई कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित कर उनकी मेहनत की सराहना की।

महाकुंभ के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों का आकलन

महाकुंभ के बाद मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें प्रयागराज महाकुंभ 2025 के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों के वैज्ञानिक आकलन के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से इस ऐतिहासिक आयोजन के आर्थिक व सामाजिक प्रभावों का दस्तावेजीकरण किया जाएगा, ताकि यह आंकड़े केंद्र सरकार के सैंपल सर्वे में शामिल हो सकें। इस बैठक में भारत सरकार के सांख्यिकीय नियोजन एवं क्रियान्वयन सचिव, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

महाकुंभ 2025: स्वच्छता और प्रशासन का मिसाल

महाकुंभ 2025 सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छता, प्रशासन और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व प्रयासों का भी प्रतीक बना। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने के साथ ही, इस आयोजन ने विश्वभर में उत्तर प्रदेश को स्वच्छता और व्यवस्था के एक आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किया गया यह सफाई अभियान एक प्रेरणादायक पहल साबित हुआ, जिससे आने वाले आयोजनों के लिए भी एक उच्च मानक स्थापित हुआ है।

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