जनवरी का महीना मध्यप्रदेश के लिए ठंड का दूसरा दौर लेकर आया है। प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत अन्य शहरों में बर्फीली हवाओं के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। तेज हवाओं और उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं की वजह से पूरे प्रदेश में ठंड का असर बढ़ गया है।
तेज हवाओं का असर: तापमान में गिरावट
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक मध्यप्रदेश में ठंड और तेज होगी। मंगलवार को राजधानी भोपाल में दिन का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.4 डिग्री कम है। ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और अन्य जिलों में भी दिन और रात के तापमान में 2-3 डिग्री तक की गिरावट देखी गई।
प्रदेशभर में शीतलहर का प्रकोप
प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप देखा गया। ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग के जिलों में ठंडी हवाओं ने लोगों को कंपकंपा दिया। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक कोहरे और सर्द हवाओं का अलर्ट जारी किया है।
अगले दिनों का मौसम अनुमान
- 8-10 जनवरी: उत्तर से आ रही ठंडी हवाएं पूरे प्रदेश में ठंड का असर बनाए रखेंगी।
- 10 जनवरी: उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) सक्रिय होगा।
- 12 जनवरी: पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में हल्की बारिश और बूंदाबांदी हो सकती है।
बर्फबारी का असर: ठंड और बढ़ेगी
उत्तर भारत के जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में बर्फबारी के बाद बर्फ पिघलने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके चलते ठंडी हवाओं की रफ्तार बढ़ गई है, जो मध्यप्रदेश के तापमान को और गिरा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि जनवरी के पूरे महीने प्रदेश में ठंड बनी रहेगी, और 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है।
प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान (मंगलवार को)
- भोपाल: 21.4°C (6.4 डिग्री की गिरावट)
- ग्वालियर: 18.4°C
- पचमढ़ी: 19.9°C
- इंदौर: 22.1°C
- जबलपुर: 21.4°C
- उज्जैन: 22.5°C
- खजुराहो: 20.2°C
- रीवा: 18°C
- सतना: 19.5°C
कोहरे और शीतलहर की स्थिति
प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता कम हो रही है। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में सर्द हवाओं का सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग की सलाह
- ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
- कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
- बारिश और बूंदाबांदी के दौरान खुले में जाने से बचें।
मध्यप्रदेश के लोग इस ठंड के दौर में सतर्क रहें और मौसम की जानकारी पर ध्यान दें। प्रदेश के मौसम में आने वाले बदलावों के कारण आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है।