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March 13, 2025 11:49 AM

मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों का वर्चुअल टूर, मुख्यमंत्री ने किया एमओयू पर हस्ताक्षर

मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक धरोहरों का वर्चुअल टूर, पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार अब प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों, संग्रहालयों और पर्यटन स्थलों को वर्चुअल तकनीक के माध्यम से दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने की योजना बना रही है। इसी क्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड और फिनलैंड की संस्था वी रियल के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता (MoU) हुआ। इस समझौते के तहत मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक धरोहरों, संस्कृति और पर्यटन स्थलों के वर्चुअल टूर तैयार किए जाएंगे, जिससे लोग घर बैठे ही प्रदेश की समृद्ध विरासत का अनुभव कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि, “जीवंत अनुभूति देने वाले इन वर्चुअल टूर के माध्यम से इतिहास, पर्यटन और संस्कृति में रुचि रखने वाले लोग अपने देश में रहते हुए भी मध्यप्रदेश के गौरवशाली अतीत और सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित हो सकेंगे।” इस पहल से प्रदेश के पर्यटन स्थलों को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी और इससे विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।


एमओयू से बढ़ेगा मध्यप्रदेश पर्यटन का वैश्विक प्रचार-प्रसार

इस समझौते के तहत फिनलैंड की संस्था “वी रियल” आधुनिक तकनीक का उपयोग कर मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का वर्चुअल टूर तैयार करेगी। ये वर्चुअल टूर न केवल देश बल्कि दुनिया के कोने-कोने में उपलब्ध होंगे, जिससे वैश्विक स्तर पर मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों का प्रचार-प्रसार होगा

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारत में फिनलैंड के राजदूत किम्मो लाहदेविर्ता का शॉल और पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। साथ ही उन्होंने प्रदेश के पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक धरोहरों और सांस्कृतिक धरोहरों को प्रदर्शित करने वाली ‘कॉफी टेबल बुक’ भी उन्हें भेंट की।


वर्चुअल टूर से संरक्षित और पुनर्जीवित होगा इतिहास

पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि फिनलैंड की कंपनी वी रियल आधुनिक तकनीक के माध्यम से इतिहास, संस्कृति और धरोहरों को वर्चुअल टूर के रूप में संरक्षित और पुनर्जीवित करती है। इस वर्चुअल टूर को कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर वैश्विक स्तर पर उपलब्ध कराती है, जिसे दुनिया भर के शैक्षणिक संस्थान, टूर और ट्रैवल कंपनियां तथा आम नागरिक भी देख सकते हैं।

इस तकनीक से न केवल मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरें डिजिटल रूप में संरक्षित होंगी बल्कि यह तकनीक उन लोगों के लिए भी लाभकारी होगी, जो भौगोलिक या अन्य कारणों से इन स्थलों की यात्रा करने में असमर्थ रहते हैं।


पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड इस वर्चुअल टूर परियोजना के जरिए राज्य के पर्यटन स्थलों को नए आयाम तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। इससे पर्यटन को डिजिटल रूप से बढ़ावा मिलेगा, जिससे आर्थिक लाभ भी होगा और पर्यटन उद्योग को मजबूती मिलेगी।

इस अवसर पर अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड बिदिशा मुखर्जी, वी रियल संस्था के सीईओ जोहानेस स्वॉर्डस्टॉर्म सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।


मध्यप्रदेश सरकार की यह पहल पर्यटन, इतिहास और संस्कृति के संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी। वर्चुअल टूर तकनीक के माध्यम से दुनिया के लोग अब मध्यप्रदेश की समृद्ध धरोहरों को देख और महसूस कर पाएंगे। इससे न केवल राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को मजबूती मिलेगी, बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित किया जा सकेगा, जिससे मध्यप्रदेश का पर्यटन उद्योग नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा

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