मध्यप्रदेश में स्टांप शुल्क में 400% तक की बढ़ोतरी, विधानसभा में रिकॉर्ड 8 विधेयक पारित

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन बुधवार को एक ऐतिहासिक कार्यवाही में कुल 8 विधेयक एक ही दिन में पारित किए गए, जो अब तक का रिकॉर्ड है। इसमें सबसे अधिक चर्चा का विषय बना भारतीय स्टांप (मध्यप्रदेश संशोधन) विधेयक 2025, जिसके तहत राज्य में 11 वर्षों बाद स्टांप शुल्क में भारी वृद्धि की गई है। यह वृद्धि 100% से लेकर 400% तक की गई है, जिससे आमजन की जेब पर सीधा असर पड़ने वाला है।

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📜 कहां-कहां और कितना बढ़ा शुल्क?

दस्तावेजपुराना शुल्क (₹)नया शुल्क (₹)वृद्धि (%)
शपथपत्र50200300%
किरायानामा5001000100%
प्रॉपर्टी एग्रीमेंट10005000400%
शस्त्र लाइसेंस500010000100%
साझेदारी विलेख20005000150%
पॉवर ऑफ अटॉर्नी10002000100%
ट्रस्ट संपत्ति10005000400%

🏛️ विपक्ष का जोरदार विरोध, कांग्रेस का वॉकआउट

कांग्रेस विधायकों ने इस विधेयक का जोरदार विरोध किया और इसे जनता पर बोझ डालने वाला फैसला बताते हुए विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस का कहना था कि सरकार एक तरफ कहती है कि टैक्स नहीं बढ़ा रही, लेकिन स्टांप शुल्क में वृद्धि कर आम जनता से जबरन पैसे वसूल रही है।


🗣️ सरकार की सफाई: "11 साल बाद संतुलित वृद्धि"

उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने विधेयक का बचाव करते हुए कहा कि स्टांप शुल्क में बढ़ोतरी सिर्फ 12 बिंदुओं पर की गई है, जबकि कुल 64 बिंदुओं में कोई बदलाव नहीं हुआ। उन्होंने स्पष्ट किया कि एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों के लिए एफिडेविट निशुल्क रहेगा। उनका कहना था कि राज्य में विकास कार्यों के लिए संसाधन जुटाने जरूरी हैं और यह बढ़ोतरी उसी दिशा में उठाया गया कदम है।

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🧾 विधानसभा में पारित हुए अन्य प्रमुख विधेयक:

  • मध्यप्रदेश मोटरयान कराधान संशोधन विधेयक – राव उदय प्रताप सिंह द्वारा
  • जन विश्वास उपबंध संशोधन विधेयक – चेतन्य कुमार काश्यप द्वारा
  • विधिक सहायता विधेयक – गौतम टेटवाल द्वारा
  • मालसेवा कर संशोधन, रजिस्ट्रीकरण संशोधन, भारतीय स्टांप मध्यप्रदेश संशोधन (क्रमांक 7 से 10 तक) – जगदीश देवड़ा द्वारा

संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक दिन में 8 विधेयक पारित कराने के लिए विधानसभाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की प्रशंसा की


🕊️ श्रद्धांजलि और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी रहा चर्चा में

  • सत्र की शुरुआत उत्तराखंड त्रासदी के मृतकों और पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई।
  • शाम को विधानसभागार में भगवान कृष्ण और मध्यप्रदेश के संबंध पर आधारित नृत्य नाटिका का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित नेता प्रतिपक्ष और कई मंत्री शामिल हुए।


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