कजाकिस्तान शूटिंग चैंपियनशिप में मध्यप्रदेश की मानसी रघुवंशी को स्वर्ण, ज्योतिरादित्य सिसोदिया को कांस्य

भोपाल। मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कजाकिस्तान में 16 से 30 अगस्त 2025 तक आयोजित 16वीं एशियाई शूटिंग शॉटगन चैंपियनशिप में भारत के शूटरों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें मध्यप्रदेश राज्य खेल अकादमी के दो युवा खिलाड़ियों ने विशेष पहचान बनाई।

मानसी रघुवंशी ने जीता स्वर्ण

अकादमी की उभरती हुई शॉटगन स्कीट शूटर मानसी रघुवंशी ने जूनियर महिला वर्ग में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से स्वर्ण पदक जीता। मानसी ने प्रतियोगिता के शुरुआती दौर से ही आत्मविश्वास और सटीक निशानेबाजी का परिचय दिया। फाइनल में भी उन्होंने शानदार लय बरकरार रखते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

मानसी का यह स्वर्ण पदक न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए ऐतिहासिक है, बल्कि मध्यप्रदेश और भारत दोनों के लिए गर्व का क्षण है। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसी भविष्य में अंतरराष्ट्रीय शूटिंग जगत में भारत की एक बड़ी उम्मीद बन सकती हैं।

publive-image

ज्योतिरादित्य सिंह सिसोदिया का कांस्य पदक

इसी प्रतियोगिता में म.प्र. अकादमी के एक अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ी ज्योतिरादित्य सिंह सिसोदिया ने दमदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक हासिल किया। कड़े मुकाबलों में अपने आत्मविश्वास और तकनीकी कौशल के दम पर उन्होंने यह उपलब्धि अर्जित की।

ज्योतिरादित्य की इस सफलता से भारतीय दल की पदक सूची में महत्वपूर्ण इजाफा हुआ है। खेल विशेषज्ञों ने उनकी उपलब्धि को “अनुभव और मेहनत का परिणाम” बताया है।

publive-image

मुख्यमंत्री ने दी बधाई

खिलाड़ियों की इस उपलब्धि पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खुशी व्यक्त की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा—

“मध्यप्रदेश के बेटे-बेटियों ने कजाकिस्तान में भारत और प्रदेश का नाम रोशन किया है। मानसी रघुवंशी और ज्योतिरादित्य सिंह सिसोदिया ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से यह साबित किया है कि समर्पण और कठोर परिश्रम से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।”

मुख्यमंत्री ने दोनों खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को हर संभव सहयोग और सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अकादमी और प्रशिक्षकों की भूमिका

खिलाड़ियों की इस सफलता में मध्यप्रदेश राज्य खेल अकादमी और उनके प्रशिक्षकों का भी अहम योगदान रहा। अकादमी में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं, विशेषज्ञ कोचिंग और निरंतर प्रोत्साहन ने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिस्पर्धा करने का आत्मविश्वास दिया है।

खेल विशेषज्ञों का मानना है कि मध्यप्रदेश की खेल अकादमी धीरे-धीरे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाओं को निखारने का महत्वपूर्ण केंद्र बन चुकी है।

प्रदेश में खुशी की लहर

मानसी और ज्योतिरादित्य की इस उपलब्धि की खबर मिलते ही उनके परिवार, प्रशिक्षकों और खेल प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर भी बधाइयों का सिलसिला जारी है। खेल से जुड़े संगठनों का कहना है कि यह सफलता आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगी और प्रदेश में शूटिंग जैसे खेलों को बढ़ावा मिलेगा।