मध्यप्रदेश में सर्दी का सितम जारी है। प्रदेशभर में शीतलहर और शीतल दिन की स्थिति बनी हुई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को प्रदेश में ठंडी हवाओं के कारण दिन और रात के तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों तक प्रदेश में ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है।
ठंड का प्रभाव: तापमान में गिरावट
प्रदेश में शुक्रवार को अधिकांश जगह न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। पचमढ़ी सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 22 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1.4 डिग्री कम था, जबकि न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया।
शहरों का तापमान
स्थान | न्यूनतम (°C) | अधिकतम (°C) |
---|---|---|
पचमढ़ी | 3.8 | 20.4 |
रायसेन | 4.2 | 22.4 |
राजगढ़ | 4.6 | —- |
उमरिया | 4.8 | 24.1 |
रीवा | 5.0 | 23.0 |
खजुराहो | 5.0 | 26.2 |
नौगांव | 5.5 | 24.5 |
टीकमगढ़ | 5.5 | 23.1 |
मंडला | 5.6 | 25.0 |
पश्चिमी विक्षोभ और जेट स्ट्रीम का प्रभाव
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव प्रदेश से कम हो रहा है। हालांकि, जेट स्ट्रीम विंड के कारण समुद्र तल से 12.6 किमी की ऊंचाई पर ठंडी हवाएं चल रही हैं, जो प्रदेश में शीतलहर का कारण बनी हुई हैं। इससे रात और दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है।
सबसे ठंडे स्थान और शीतल दिन
पचमढ़ी 3.8 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा। रायसेन (4.2°C), राजगढ़ (4.6°C), और उमरिया (4.8°C) में भी अत्यधिक ठंड महसूस की गई। नरसिंहपुर और आगर मालवा में शीतल दिन रहा, जबकि रायसेन में तीव्र शीतल दिन की स्थिति बनी।
ठंडी हवाओं का असर
शुक्रवार को नीमच, मंदसौर, धार, आगर मालवा, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर, कटनी, शहडोल, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में तेज ठंडी हवाएं चलीं।
अगले दो दिनों तक ठंड का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक प्रदेश में शीतलहर और शीतल दिन बने रहने की संभावना जताई है। हालांकि, इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने से ठंड में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
जनजीवन पर असर
इस कड़ाके की ठंड ने लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है। खासकर बच्चे और बुजुर्गों को अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन ने भी लोगों से सर्दी से बचाव के उपाय अपनाने का आग्रह किया है।
शीतलहर की इस स्थिति ने प्रदेशभर में ठिठुरन बढ़ा दी है। लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं।