मध्यप्रदेश में मूसलधार बारिश का कहर: जयपुर-दिल्ली हाईवे बंद, सेना तैनात, रेड अलर्ट जारी
भोपाल, 30 जुलाई।
मध्यप्रदेश में जारी भारी बारिश का दौर अब गंभीर संकट का रूप ले चुका है। कम दबाव के क्षेत्र और दो ट्रफ लाइनों की सक्रियता के कारण राज्य के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। श्योपुरकलां में पुलिया ढहने से जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है, वहीं गुना जिले में हालात इतने बिगड़े कि राहत कार्य के लिए सेना को बुलाना पड़ा है।
🚨 मौसम विभाग का अलर्ट: 3 जिलों में रेड, 13 में ऑरेंज
मौसम विभाग ने रायसेन, नर्मदापुरम और हरदा जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है – अत्यधिक भारी बारिश की आशंका।
वहीं भोपाल, सीहोर, विदिशा, राजगढ़, बैतूल, खंडवा, देवास, शाजापुर, गुना, शिवपुरी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जो भारी वर्षा के खतरे को दर्शाता है।

🌊 कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
- गुना जिले के बमोरी क्षेत्र के कलोरा गांव में डैम का वेस्ट वियर टूट गया, जिससे गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
- सेना और प्रशासन की टीमों ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
- म्याना रेलवे अंडरब्रिज में पानी भर जाने से गुना-अशोकनगर मार्ग बंद हो गया है।
- भिंड जिले में सिंध, क्वारी और चंबल नदियां उफान पर हैं।
- अशोकनगर, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन के कई इलाकों में घरों और सड़कों में पानी भर गया है।
- राजगढ़ जिले में अजनार, नेवज और गाडगंगा नदियों में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।

🏫 स्कूलों में अवकाश
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भोपाल, नर्मदापुरम, सीहोर, राजगढ़ और अशोकनगर जिलों में बुधवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है, ताकि बच्चे सुरक्षित रह सकें।
🌉 बांधों के गेट खुले, खतरे की घंटी
लगातार बारिश के कारण प्रमुख बांधों से जल निकासी शुरू कर दी गई है:
- बरगी बांध (जबलपुर): 15 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया।
- तवा डैम (इटारसी): 9 गेट 7-7 फीट तक खोलकर 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
- सतपुड़ा बांध (सारणी): 5 गेट 2-2 फीट ऊंचाई तक खोले गए।
इन कदमों का उद्देश्य निचले इलाकों को संभावित बाढ़ से बचाना है, लेकिन इससे तटीय गांवों में जलभराव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।

🛣️ कोलांस नदी उफान पर, बड़ा तालाब खतरे के करीब
- भोपाल के बड़े तालाब का जलस्तर 1662 फीट के पार पहुंच गया है, जबकि इसका फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है।
- कोलांस नदी एक फीट ऊपर बह रही है, जिससे बड़ा तालाब और तेजी से भर रहा है।
- मंगलवार शाम कलियासोत डैम के दो गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू की गई।

🌧️ कहां कितनी बारिश हुई?
जिला | बारिश (मिमी) |
---|---|
गुना | 323 |
रायसेन | 159 |
श्योपुर | 150 |
शिवपुरी | 100 |
नौगांव | 94 |
भोपाल | 93 |
नर्मदापुरम | 50 |
दमोह | 42 |
पचमढ़ी | 38 |
नरसिंहपुर | 34 |
सागर | 34 |
🌐 राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित, आवागमन रुका
- जयपुर-दिल्ली हाईवे पर श्योपुर में पुलिया ढहने से ट्रैफिक पूरी तरह बाधित हो गया है।
- कई अन्य राज्य मार्ग और ग्रामीण मार्ग भी पानी में डूब गए हैं, जिससे कई गांव पूरी तरह कट गए हैं।

🛡️ प्रशासन सतर्क, रेस्क्यू जारी
राज्य शासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर दिया है। कई स्थानों पर एनडीआरएफ और सेना की सहायता से राहत शिविर बनाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने संबंधित जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे सतर्कता, राहत और पुनर्वास कार्यों में कोई कोताही न बरतें।
मध्यप्रदेश में बारिश की रफ्तार ने आम जनजीवन को थाम दिया है। बाढ़ जैसी स्थिति, जलभराव, सड़क अवरुद्धता और नदी-नालों का उफान प्रशासन और नागरिकों दोनों के लिए चुनौती बन गया है। अगले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, और ऐसे में प्रशासन से लेकर आम जनता तक को सतर्क रहना जरूरी है।
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