गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 जैसे ही टेक ऑफ हुई, कुछ ही सेकेंड बाद हादसे का शिकार हो गई। विमान में 241 यात्री सवार थे, जिनमें से 200 से अधिक की मौत हो गई, सिर्फ एक यात्री रमेश विश्वास कुमार चमत्कारी रूप से बच सका। लेकिन इस हादसे से जुड़ी एक और कहानी है — एक ऐसी महिला की, जो इस विमान में चढ़ नहीं पाई और उसकी जान बच गई।
ट्रैफिक बना ज़िंदगी का वरदान
अहमदाबाद की रहने वाली भूमिका चौहान को 12 जून को इसी फ्लाइट से लंदन जाना था। उन्होंने समय से काफी पहले एयरपोर्ट पहुंचने की योजना बनाई थी। लेकिन अहमदाबाद के व्यस्त ट्रैफिक और कई जगह जाम की वजह से वो तय समय से करीब 10 मिनट देर से एयरपोर्ट पहुंचीं।
जैसे ही वो एयरपोर्ट पहुंचीं, उन्हें बताया गया कि बोर्डिंग बंद हो चुकी है और फ्लाइट निकल चुकी है। भूमि फ्लाइट छूटने से इतनी दुखी थीं कि एयरपोर्ट पर रोने लगीं, उन्हें लगा कि उनका पूरा प्लान बिगड़ गया। वीज़ा, टिकट, होटल बुकिंग — सब कुछ व्यर्थ चला गया।
पर किसे पता था कि वही छूटी हुई फ्लाइट उन्हें मौत के जबड़े से निकालकर ज़िंदगी की तरफ ले जाएगी।

प्लेन हादसा और भूमि का भाग्य
फ्लाइट AI-171 के टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही इंजन में गड़बड़ी आई और विमान अहमदाबाद के पास एक इमारत से टकराकर क्रैश हो गया। इस दर्दनाक हादसे में 200 से ज़्यादा यात्रियों की जान चली गई। विमान में केवल सीट नंबर 11A पर बैठे यात्री रमेश विश्वास कुमार बच सके।
इधर एयरपोर्ट से मायूस होकर लौट रही भूमि चौहान को जब रास्ते में हादसे की खबर मिली तो वो सन्न रह गईं। जब उन्हें पता चला कि वही फ्लाइट जिसमें वो यात्रा करने वाली थीं, हादसे का शिकार हो गई — तो उनके आंसू दुख के नहीं, राहत और चमत्कार की वजह से निकले।
भूमि ने कहा, “भगवान ने मेरी जान बचा ली। उस समय तो लगा कि मेरी किस्मत खराब है, पर अब लगता है कि ये सबसे बड़ी कृपा थी।”
“जाको राखे साइयां…”
भूमिका चौहान की कहानी सिर्फ एक यात्री की नहीं, बल्कि भाग्य, ईश्वर और समय की अनकही योजना की मिसाल है। अगर वह समय पर एयरपोर्ट पहुंच जातीं, तो आज शायद उनके परिवार के लिए मातम का माहौल होता।
उनकी जान सिर्फ इसलिए बच गई क्योंकि शहर का ट्रैफिक, जो रोज़ाना लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता है, उस दिन उनकी सुरक्षा की ढाल बन गया।
#WATCH | Bhoomi Chauhan, a resident of Gujarat's Bharuch, missed yesterday's flight, AI-171, which crashed and 241 of 242 on board, including crew members, lost their lives.
— ANI (@ANI) June 13, 2025
Bhoomi Chauhan says, "…We arrived at the check-in gate 10 minutes late, but they didn't allow me, and I… pic.twitter.com/T1AqU9SSz0
सोशल मीडिया पर भूमि को मिल रही दुआएं
जैसे ही मीडिया में भूमि की कहानी सामने आई, सोशल मीडिया पर लोग इस चमत्कार पर हैरान रह गए। कई यूज़र्स ने लिखा —
“ये भगवान की माया है। जो सोचा नहीं जा सकता, वही हो जाता है।”
“कभी-कभी जो होता है, अच्छे के लिए होता है।”
सबक भी, संदेश भी
यह हादसा जहां सैकड़ों परिवारों के लिए गहरे दुख की वजह बना, वहीं भूमि चौहान की कहानी हमें यह याद दिलाती है कि ज़िंदगी कब, कैसे और क्यों बचती है — इसका उत्तर हमारे पास नहीं, लेकिन ऊपर किसी के पास ज़रूर होता है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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