लिडवास में सेना का बड़ा ऑपरेशन: तीन पाकिस्तानी आतंकी ढेर, पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा भी शामिल

श्रीनगर | जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर ज़िले के लिडवास इलाके में भारतीय सेना ने सोमवार को एक बड़े आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत तीन पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर कर दिया। यह कार्रवाई सेना के चिनार कॉर्प्स द्वारा ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत की गई, जिसकी पुष्टि सेना ने खुद की है।

ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को भारी सफलता मिली है। आतंकियों के पास से अमेरिका में बनी एक M4 कार्बाइन, एक AK-47 राइफल, 17 राइफल ग्रेनेड और कई अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद की गई है। फिलहाल मारे गए आतंकियों की औपचारिक पहचान की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, इनमें से एक आतंकी हाशिम मूसा बताया जा रहा है, जो अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था। हालांकि, सेना ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

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कैसे चला ऑपरेशन महादेव

सेना को खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिला था कि श्रीनगर के लिडवास क्षेत्र में कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी गई हैं। इनपुट के आधार पर सोमवार सुबह सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी के दौरान दूर से दो बार गोली चलने की आवाज़ आई, जिससे आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि हो गई।

इसके बाद सेना ने इलाके को पूरी तरह घेर लिया और सुनियोजित तरीके से ऑपरेशन को अंजाम दिया। घंटों चली मुठभेड़ में सेना ने तीन आतंकियों को मार गिराया। इलाके में फिलहाल अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है ताकि किसी भी अन्य संदिग्ध को पकड़ा जा सके या भागने से रोका जा सके।

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पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ा है मामला?

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम से छह किलोमीटर दूर बायसरन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी और 16 गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर निशाना बनाया था, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया था।

जांच में तीन आतंकियों के नाम सामने आए थे—

  1. आदिल हुसैन ठोकर (अनंतनाग निवासी)
  2. हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान (पाकिस्तान निवासी, पूर्व स्पेशल सर्विस ग्रुप कमांडो)
  3. अली उर्फ तल्हा भाई (पाकिस्तान निवासी)

इन तीनों आतंकियों पर 20-20 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। यह आशंका जताई जा रही है कि ऑपरेशन महादेव में मारा गया एक आतंकी हाशिम मूसा हो सकता है, लेकिन अंतिम पुष्टि डीएनए जांच और फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगी।

क्या है NIA की भूमिका?

पहलगाम हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है। कुछ दिन पहले ही NIA ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था, जिनसे पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली थीं। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि गिरफ्तार संदिग्धों ने इन्हीं तीन आतंकियों के नाम उजागर किए थे या यह कोई नया सुराग था जिससे यह ऑपरेशन अंजाम दिया गया।

आतंकी गतिविधियों पर सेना की सख्ती

हाल के महीनों में घाटी में आतंकी गतिविधियों में तेज़ी देखी गई है, खासकर सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों में। सेना ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर सख्ती से कार्रवाई करते हुए एक के बाद एक कई सफल ऑपरेशन किए हैं।

ऑपरेशन महादेव को सुरक्षा एजेंसियों की एक और बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, जिससे आतंकियों के मनोबल को गहरा आघात पहुंचा है।



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