September 17, 2025 3:35 AM

कुल्लू में दर्दनाक हादसा: लैंडस्लाइड से मलबे में दबे सात लोग, एक की मौत, रेस्क्यू अभियान जारी

  • पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा गिरा और वहां स्थित दो मकानों को अपने चपेट में ले लिया

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला मुख्यालय के व्यस्त अखाड़ा बाजार में वीरवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। सुबह करीब छह बजे अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा गिरा और वहां स्थित दो मकानों को अपने चपेट में ले लिया। इस हादसे में सात से आठ लोग मलबे में दब गए। शुरुआती जानकारी में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है, जबकि तीन घायलों को निकालकर क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू भेजा गया है। बाकियों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत-बचाव अभियान जारी है।

हादसे का समय और हालात

गुरुवार तड़के जब स्थानीय लोग अपने-अपने घरों में आराम कर रहे थे, तभी पहाड़ी दरकने की जोरदार आवाज आई। देखते ही देखते पहाड़ से आया मलबा अखाड़ा बाजार स्थित दो मकानों पर गिर पड़ा। मकानों में रह रहे सात लोग अचानक मलबे के नीचे दब गए। हादसा इतना अचानक था कि लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला।

नमाज के बाद एक ही कमरे में रुके थे लोग

जानकारी के अनुसार, मलबे में दबे लोग जम्मू-कश्मीर के रहने वाले थे और स्थानीय कामकाज के सिलसिले में कुल्लू में रह रहे थे। बुधवार रात को नमाज पढ़ने के बाद सभी लोग मकान के कमरों में सोए हुए थे। सुबह अचानक लैंडस्लाइड हुआ और सब मलबे में दब गए। अब्दुल नामक एक व्यक्ति ने बताया कि सात लोग तीन अलग-अलग कमरों में थे। इनमें से एक ने खिड़की से कूदकर जान बचाई।

मृतक और घायलों की पहचान

अभी तक बरामद शव की पहचान श्रीनगर निवासी कंगन के रहने वाले एक व्यक्ति के रूप में हुई है। तीन घायलों को एनडीआरएफ और पुलिस ने रेस्क्यू कर तुरंत अस्पताल भेजा, जहां उनका इलाज जारी है। बाकी पांच से छह लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।

प्रशासन और नेताओं की मौजूदगी

घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया। उपायुक्त कुल्लू तोरूल एस. रवीश, एसडीएम कुल्लू निशांत ठाकुर और स्थानीय विधायक सुंदर सिंह ठाकुर मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने राहत-बचाव कार्य तेज कर दिया है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि भीड़ को नियंत्रित रखा जा सके।

बारिश बनी बड़ी बाधा

लगातार हो रही बारिश राहत-बचाव अभियान में बड़ी बाधा साबित हो रही है। मलबा लगातार नीचे खिसक रहा है, जिससे एनडीआरएफ और पुलिस कर्मियों को खतरे में रहकर काम करना पड़ रहा है। मौके पर मौजूद अधिकारी ने बताया कि बरसात के चलते मशीनें और बचाव उपकरणों को चलाने में मुश्किलें आ रही हैं। बावजूद इसके पूरी कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द सभी दबे लोगों को बाहर निकाला जाए।

प्रत्यक्षदर्शियों की दहशत

स्थानीय लोगों ने बताया कि मलबा इतनी तेज रफ्तार से गिरा कि देखते ही देखते पूरा मकान ढह गया। हादसे के बाद पूरे अखाड़ा बाजार में दहशत फैल गई। लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित जगहों की ओर भागने लगे। कई परिवारों ने अपने घर खाली कर दिए हैं और वे रिश्तेदारों या सुरक्षित जगहों पर शरण ले रहे हैं।

पिछले दिन भी हुआ था हादसा

गौरतलब है कि अखाड़ा बाजार क्षेत्र में लगातार भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। बुधवार को भी इसी इलाके में एक मकान पर मलबा गिरा था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। इसके बावजूद प्रशासन ने इलाके को खाली नहीं कराया, जिससे गुरुवार का यह हादसा और भी गंभीर हो गया।

सुरक्षा पर उठे सवाल

लगातार बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के बीच यह सवाल उठ रहा है कि आखिर क्यों प्रशासन ने जोखिम वाले इलाकों को पहले से खाली नहीं कराया। स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि सरकार और प्रशासन की लापरवाही के कारण लगातार जानें जा रही हैं। उन्होंने मांग की है कि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित ठिकानों पर शिफ्ट किया जाए और मृतकों व घायलों के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए।

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