• कोलकाता और आसपास के जिलों में सोमवार रात से लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने हालात बाढ़ जैसे बना दिए

कोलकाता/नई दिल्ली/लखनऊ। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और आसपास के जिलों में सोमवार रात से लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने हालात बाढ़ जैसे बना दिए हैं। शहर में जगह-जगह पानी भरने से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। अब तक सात लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें अधिकांश की जान करंट लगने से गई। बारिश इतनी तेज रही कि सड़कों पर दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया। कई कॉलोनियां, आवासीय परिसर और बाजार पूरी तरह जलमग्न हो गए।

24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश

कोलकाता में पिछले 24 घंटे में 247.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। दक्षिणी हिस्सों में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक, गरिया कामदहारी में अकेले 332 मिमी बारिश दर्ज हुई, जो सबसे ज्यादा है। इसके अलावा जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी, तोपसिया में 275 मिमी, बल्लीगंज में 264 मिमी और उत्तरी कोलकाता के थंटानिया इलाके में 195 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

सड़कें और रेलवे ट्रैक बने तालाब

भारी बारिश के बाद शहर की प्रमुख सड़कों पर गाड़ियां आधी से ज्यादा डूब गईं। कई स्थानों पर पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया। हावड़ा रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर पानी भर जाने से कई ट्रेनें प्रभावित हुईं। स्टेशन के आसपास की दुकानें और गलियां भी जलमग्न हो गईं।

मेट्रो और फ्लाइट्स प्रभावित

बारिश और पानी भराव के कारण शहीद खुदीराम और मैदान मेट्रो स्टेशनों के बीच सेवाएं रोक दी गई हैं। कोलकाता एयरपोर्ट भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रनवे और टरमैक पर पानी भर गया, जिससे फ्लाइट्स घंटों देरी से उड़ान भर रही हैं। एअर इंडिया और इंडिगो ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए सफर से पहले स्थिति की जानकारी लेने को कहा है। एयरपोर्ट तक पहुंचना भी यात्रियों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है, क्योंकि सड़कें डूबी हुई हैं।

दुर्गा पूजा की तैयारियां भी बाधित

भारी बारिश से राज्य की सबसे बड़ी सांस्कृतिक और धार्मिक तैयारियां भी प्रभावित हुई हैं। कई पंडालों में पानी भर गया, जिससे सजावट और संरचनाएं खराब हो गईं। आयोजकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच नगर निगम और स्थानीय प्रशासन जलभराव निकालने की कोशिश में जुटा है।

स्कूल बंद, जनजीवन ठप

कोलकाता के कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गुल रही और करंट लगने की घटनाएं भी सामने आईं। लोग अपने घरों में ही कैद हैं। कई परिवारों ने ऊंची इमारतों या ऊपरी मंजिलों पर शरण ली है।

मेयर की अपील

कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने हालात को गंभीर बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में इतनी तेज बारिश पहले कभी नहीं देखी। उन्होंने कहा कि प्रशासन पानी को नदियों और नालों में पंप करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन सभी नहरें पहले से ही लबालब भरी हैं, जिसके चलते पानी बाहर नहीं जा पा रहा। मेयर ने नागरिकों से घर से बाहर न निकलने की अपील की है।

आगे का मौसम

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शहर और आसपास के जिलों में अगले 24 घंटे तक और बारिश हो सकती है। इससे हालात और बिगड़ने की आशंका है। प्रशासन ने एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क कर दिया है, ताकि आपात स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके।