डोडा से जोफर तक बढ़ाई गई सुरक्षा निगरानी, सेना-पुलिस का साझा ऑपरेशन
जम्मू।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को शुक्रवार को एक बड़ी कामयाबी मिली। किश्तवाड़ जिले के चतरू वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान एक आतंकवादी मारा गया। वहीं, उधमपुर जिले के जोफर-मार्टा के जंगलों में तीन अन्य आतंकियों की तलाश के लिए बड़ा तलाशी अभियान जारी है।
किश्तवाड़ मुठभेड़: सैफुल्लाह मॉड्यूल से जुड़ा था आतंकी
सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार से चतरू वन क्षेत्र में ऑपरेशन शुरू किया था। मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी मारा गया, जो शुरुआती जानकारी के अनुसार पाकिस्तान समर्थित सैफुल्लाह मॉड्यूल से जुड़ा बताया जा रहा है।
हालांकि, इस मॉड्यूल से उसके संबंधों की आधिकारिक पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है। याद दिला दें, यही मॉड्यूल 15 जुलाई 2024 को डोडा में सेना की एक टीम पर घात लगाकर हमला कर चुका है, जिसमें एक अधिकारी और एक राइफलमैन शहीद हुए थे।
उधमपुर में जंगलों की खाक छान रही सुरक्षाबल
दूसरी ओर, उधमपुर जिले के जोफर-मार्टा जंगल क्षेत्र में शुक्रवार को भी तलाशी अभियान जारी रहा। जानकारी के अनुसार, इलाके में तीन आतंकियों के छिपे होने की संभावना है। इस तलाशी अभियान में खोजी कुत्ते, हवाई निगरानी ड्रोन, और विशेष सुरक्षा बलों की कई टीमें शामिल की गई हैं।
निगरानी बढ़ी, पहाड़ी जिलों में सख्ती
सेना के अधिकारियों के अनुसार, जम्मू क्षेत्र के पहाड़ी जिलों — विशेषकर डोडा और भद्रवाह क्षेत्रों — में आतंकियों की गतिविधियों की आशंका के चलते निगरानी का दायरा और अधिक बढ़ा दिया गया है।
डोडा से उधमपुर तक के संभावित रास्तों पर भी चौकसी बरती जा रही है ताकि आतंकी अपनी स्थिति न बदल सकें या भागने में सफल न हो जाएं।
लगातार ऑपरेशनों का दबाव
इन ऑपरेशनों से साफ है कि सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपना रहे हैं। लगातार अभियान चलाकर न सिर्फ आतंकी नेटवर्क को कमजोर किया जा रहा है, बल्कि जम्मू क्षेत्र में उनकी मौजूदगी को भी न्यूनतम किया जा रहा है।
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