चंडीगढ़। पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन में आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बुधवार को उनका अनशन 93वें दिन में प्रवेश कर गया, लेकिन लंबे समय से भूख हड़ताल पर रहने के कारण उनकी सेहत लगातार गिरती जा रही है। मंगलवार देर रात उनका ब्लड प्रेशर (बीपी) अचानक बढ़कर 176 तक पहुंच गया, जिसके बाद मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई।
103 डिग्री बुखार, डॉक्टरों ने जताई चिंता
बुधवार सुबह तक उनका बीपी तो सामान्य हो गया, लेकिन उन्हें तेज बुखार हो गया। डॉक्टरों के अनुसार, इस समय डल्लेवाल को 103 डिग्री बुखार है, जो उनकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। लगातार भूखे रहने से उनका शरीर कमजोर हो गया है और प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो रही है, जिससे संक्रमण या अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
आंदोलनकारियों में चिंता, किसान जुटने लगे
डल्लेवाल की बिगड़ती तबीयत को लेकर किसानों और उनके समर्थकों में भारी चिंता है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि मंगलवार को जब डल्लेवाल की हालत ज्यादा खराब हुई, तो उन्होंने सभी किसानों और आम जनता से खनौरी बॉर्डर पर अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की। उनका कहना है कि आंदोलन को मजबूत बनाए रखने के लिए जनता का समर्थन बेहद जरूरी है।
डल्लेवाल का अनशन और किसानों की मांगें
बता दें कि जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 93 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं। वह और अन्य किसान नेता एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की कानूनी गारंटी सहित कई अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार और किसान संगठनों के बीच अब तक कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।
स्थिति गंभीर, सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग
किसान संगठनों ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि डल्लेवाल की जान को कोई खतरा न हो। उनकी बिगड़ती सेहत को देखते हुए आंदोलन स्थल पर चिकित्सा सुविधा और डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। किसान नेताओं ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
आगे की स्थिति पर सभी की नजरें टिकी हैं, जबकि किसानों का समर्थन जुटाने के लिए लगातार अपील की जा रही है।