नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार सुबह चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद थे। केजरीवाल ने इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। उनका आरोप था कि सैनी ने दिल्ली में कृत्रिम जल संकट पैदा करने के लिए जहरीला पानी भेजा है, जो एक अपराध है।
केजरीवाल का आरोप:
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली में यमुना नदी का पानी जहरीला भेजकर एक कृत्रिम जल संकट उत्पन्न करने की कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्य पूरी तरह से अपराध है और सैनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। इसके साथ ही केजरीवाल ने चुनाव आयोग से यह अपील की कि वह इस मामले की गंभीरता से जांच करे।
यमुना जल विवाद:
यह पूरा विवाद यमुना नदी के पानी से जुड़ा हुआ है, जिसमें केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पानी में अमोनिया की मात्रा बहुत अधिक है, जिससे पानी पीने के लिए अनुपयुक्त हो गया है। उन्होंने तीन बोतलें यमुना के पानी की, जिसमें 7 पीपीएम अमोनिया मौजूद था, चुनाव आयोग को सौंपते हुए यह चुनौती दी कि आयोग के अधिकारी खुद इस पानी को पीकर दिखाएं। केजरीवाल का कहना था कि यह पानी बेहद जहरीला है और इसे पीने की चुनौती चुनाव आयोग को दी जा रही है ताकि देश को यह साबित किया जा सके कि पानी में कितनी खतरनाक सामग्री मौजूद है।
चुनाव आयोग का नोटिस:
गुरुवार को चुनाव आयोग ने केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर पांच सवाल किए थे, जिनमें उन्होंने यमुना नदी के पानी में जहर मिलने के बारे में स्पष्ट जानकारी मांगी थी। आयोग ने केजरीवाल से यह भी पूछा था कि यमुना के पानी में जहर किस स्थान पर मिला और इसके सबूत क्या हैं। आयोग ने यह भी कहा था कि अमोनिया के बढ़ते स्तर के मुद्दे को जहर से जोड़ने के आरोपों पर बिना कोई ठोस प्रमाण प्रस्तुत किए जवाब न देने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके जवाब में केजरीवाल ने शुक्रवार को चुनाव आयोग के दफ्तर का रुख किया।
चुनाव आयोग पर केजरीवाल का निशाना:
इससे पहले केजरीवाल ने चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में खुलेआम पैसे और चादरें बांटी जा रही हैं, लेकिन चुनाव आयोग इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि राजीव कुमार राजनीति कर रहे हैं और आयोग निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर रहा है।
राजीव कुमार को दी चुनौती:
केजरीवाल ने चुनाव आयोग के प्रमुख राजीव कुमार को चुनौती दी कि वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में यमुना के पानी की बोतलें पीकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि अगर पानी पीने के बाद किसी को कोई समस्या नहीं होती, तो वह अपनी गलती मानने के लिए तैयार हैं।
यह घटना न केवल यमुना जल विवाद को लेकर बढ़ते तनाव को दर्शाती है, बल्कि यह चुनाव आयोग के प्रति आम आदमी पार्टी के आरोपों को भी उजागर करती है। इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाएंगे, यह आने वाले दिनों में साफ होगा, लेकिन इस विवाद ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।