प्रधानमंत्री मोदी ने किया कर्तव्य भवन-3 का उद्घाटन, एक छत के नीचे आएंगे 6 मंत्रालय

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ स्थित कर्तव्य भवन-3 का उद्घाटन करते हुए इसे राष्ट्र को समर्पित किया। यह उद्घाटन सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों को एकीकृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण चरण है। इस भवन के साथ अब केंद्र सरकार के बिखरे हुए मंत्रालय और विभाग एक छत के नीचे कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।


🔷 क्या है कर्तव्य भवन?

कर्तव्य भवन-3 उन 10 प्रस्तावित अत्याधुनिक कार्यालय भवनों में से एक है, जो सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत बनाए जा रहे हैं। इनका उद्देश्य न केवल मंत्रालयों को केंद्रीकृत करना है, बल्कि कार्यकुशलता, पारदर्शिता और तकनीकी आधुनिकता को बढ़ावा देना भी है।

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🔸 6 मंत्रालय और 1 कार्यालय अब एक जगह

कर्तव्य भवन-3 में 6 केंद्रीय मंत्रालयों और एक प्रमुख कार्यालय को स्थानांतरित किया गया है:

  1. गृह मंत्रालय
  2. विदेश मंत्रालय
  3. ग्रामीण विकास मंत्रालय
  4. एमएसएमई मंत्रालय
  5. कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय
  6. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय
  7. प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार का कार्यालय

🏢 कर्तव्य भवन-3 की संरचना और सुविधाएं

पैरामीटरविवरण
कुल क्षेत्रफल1.50 लाख वर्ग मीटर
निर्मित क्षेत्रफल40,000 वर्ग मीटर
कुल तल10 (दो भूतल सहित)
पार्किंग क्षमता600 कारें
कार्यालय कक्ष850 ऑफिस रूम
लिफ्ट27
मीटिंग रूम67 (प्रत्येक में 9 व्यक्तियों की क्षमता)
मुख्य कॉन्फ्रेंस हाल24 (प्रत्येक में 45 सीटें)
छोटे कॉन्फ्रेंस हाल26 (प्रत्येक में 25 सीटें)
विशेष सुविधाएंयोग कक्ष, क्रेच, मेडिकल रूम, कैफे, मल्टीपरपज़ हॉल
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🌿 पर्यावरण अनुकूल विशेषताएं

कर्तव्य भवन पर्यावरण के प्रति संवेदनशील डिजाइन पर आधारित है:

  • 366 केवी का सोलर पैनल – हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा।
  • 30% ऊर्जा की बचत – ऊर्जा दक्ष उपकरणों के माध्यम से।
  • 11 लाख लीटर पानी रीयूज – जल संरक्षण की दिशा में मजबूत कदम।
  • 100 किलोग्राम कचरे का निष्पादन – आधुनिक कचरा प्रबंधन प्रणाली।
  • 120 ईवी चार्जिंग प्वाइंट – इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा।
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🏬 मंजिल अनुसार मंत्रालयों का स्थान

मंजिलमंत्रालय / कार्यालय
पहलीपेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय
दूसरीएमएसएमई मंत्रालय, कार्मिक मंत्रालय
तीसरीविदेश मंत्रालय, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार
चौथी-पांचवींगृह मंत्रालय
छठीइंटेलिजेंस ब्यूरो

🛡️ सुरक्षा व्यवस्था

  • 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरे पूरे भवन और परिसर की निगरानी करते हैं।
  • सेंट्रल कमांड कंट्रोल रूम – पूरे भवन की सुरक्षा पर नजर रखने के लिए।
  • सेंट्रलाइज एयर कंडीशनिंग और ऑटोमेटिक सीढ़ियाँ – आधुनिकतम सुविधाओं के साथ।

🏗️ सेंट्रल विस्टा परियोजना का अगला चरण

कर्तव्य भवन-3 सेंट्रल विस्टा के दूसरे चरण का हिस्सा है। पहले चरण में नई संसद भवन का उद्घाटन 2024 में किया गया था। अब तक:

  • 3 भवन बनकर तैयार हो चुके हैं।
  • अन्य 7 भवन अप्रैल 2027 तक पूरे होंगे।

पूरे सेंट्रल विस्टा कॉरिडोर में:

  • 51 मंत्रालय,
  • 10 केंद्रीय सचिवालय,
  • उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास,
  • राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का सचिवालय,
    शामिल किए जाएंगे।

📍 क्या है सेंट्रल विस्टा?

नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक के 3.2 किमी क्षेत्र को सेंट्रल विस्टा कहा जाता है। यह देश का प्रशासनिक केंद्र है और इसकी पुनर्रचना का उद्देश्य है:

  • कार्यकुशलता बढ़ाना
  • पर्यावरणीय दृष्टिकोण अपनाना
  • तकनीकी और डिज़ाइन में आधुनिकता लाना

🔚 निष्कर्ष

कर्तव्य भवन-3 का उद्घाटन न केवल एक भवन का उद्घाटन है, बल्कि यह नए भारत की शासन व्यवस्था में पारदर्शिता, आधुनिकता और केंद्रीकरण की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया यह भवन न केवल शासन के तौर-तरीकों को नया रूप देगा, बल्कि यह आगामी पीढ़ियों के लिए प्रशासनिक आदर्श भी बनेगा।



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