हरिद्वार से हर्षिल जा रहे थे श्रद्धालु, तीव्र ढलान पर चालक ने खोया नियंत्रण
ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर कांवड़ियों का ट्रक पलटा, 3 की मौत, 18 घायल
नई टिहरी (उत्तराखंड)। बुधवार सुबह ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में कांवड़ियों से भरा ट्रक पलट गया, जिसमें तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 18 अन्य घायल हो गए। हादसा नरेंद्रनगर थाना क्षेत्र के ताछला के पास हुआ, जब बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) से गंगोत्री धाम की ओर कांवड़-भंडारा सेवा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
कैसे हुआ हादसा?
नरेंद्रनगर के थानाध्यक्ष संजय मिश्रा ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 6 बजे फकोट और जाजल के बीच ताछला मोड़ पर UP13-BT-8739 नंबर का ट्रक तीव्र ढलान पर अनियंत्रित होकर पलट गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ढलान पर ब्रेक फेल हो जाने से चालक वाहन पर नियंत्रण नहीं रख सका, जिससे यह दर्दनाक दुर्घटना हुई।

मारे गए तीन श्रद्धालु, एक बच्चा चमत्कारिक रूप से बचा
हादसे में तीन कांवड़ यात्रियों की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान:
- विक्की (27) पुत्र महेंद्र
- सुनील सैनी (42) पुत्र मील चंद
- संजय सिंह (46) पुत्र राम सिंह
तीनों मृतक सिकंदराबाद, बुलंदशहर (UP) के निवासी थे।
इस दौरान एक चार साल का बच्चा ‘नकुल’ ट्रक के नीचे फंसा था, जिसे पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
घायलों का उपचार जारी
घायलों को PHC फकोट में प्राथमिक उपचार के बाद 15 को उप जिला अस्पताल नरेंद्रनगर और तीन गंभीर घायलों को AIIMS ऋषिकेश रेफर किया गया है।
घायलों में शामिल नाम:
ईश्वर सैनी, अतर सिंह, रवि, कुलदीप गिरी, जम्मन सिंह, बनवारी लाल, मुकेश, प्रेम सिंह, जुगनू, तुषार, भजन लाल, लेखराज, टिंकू, मूलचंद, राहुल, नकुल (4 वर्ष), बिशन, विनीत – ये सभी बुलंदशहर के रहने वाले हैं।

सीएम ने जताया शोक, राहत कार्य के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत और इलाज सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
वन मंत्री सुबोध उनियाल नरेंद्रनगर अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना।
जिलाधिकारी नितिका खंडेलवाल और एसएसपी आयुष अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया।
शव सौंपे गए परिजनों को
थानाध्यक्ष संजय मिश्रा के अनुसार पंचनामा की कार्यवाही के बाद मृतकों के शव परिजनों को सौंपे जा रहे हैं। पुलिस हादसे के सटीक कारणों की जांच कर रही है।
कांवड़ सेवा को जा रहे थे श्रद्धालु
जानकारी के अनुसार सभी यात्री कांवड़-भंडारा सेवा के लिए हरिद्वार से हर्षिल (उत्तरकाशी) की ओर जा रहे थे। श्रावण मास में यह सेवा हजारों श्रद्धालु निभाते हैं। यह हादसा श्रद्धा और उत्साह के बीच आई एक बड़ी त्रासदी बन गया।
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