July 6, 2025 12:16 AM

अंतरराष्ट्रीय चार्टर का प्रमुख बना इसरो, वैश्विक आपदाओं के प्रबंधन में निभाएगा अहम भूमिका

अंतरराष्ट्रीय चार्टर का प्रमुख बना इसरो
  • इसरो ने एक बयान में कहा, ‘भारत चार्टर पर हस्ताक्षरकर्ता है, जो 2025 में अपनी 25वीं वर्षगांठ मनाएगा
  • चार्टर 17 सदस्य संगठनों के सहयोगी ढांचे के रूप में काम करता है
  • दुनिया में आने वाली आपदाओं के प्रबंधन के लिए पृथ्वी अवलोकन डेटा उपलब्ध कराता है

बंगलूरू। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को एक बड़ी वैश्विक जिम्मेदारी मिली है। इसरो को ‘अंतरराष्ट्रीय चार्टर: अंतरिक्ष और प्रमुख आपदाओं’ का प्रमुख बनाया गया है। अप्रैल 2025 से शुरू हुए इस कार्यकाल की अवधि छह महीने होगी। हाल ही में 14 से 17 अप्रैल तक हैदराबाद स्थित नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (NRSC) में चार्टर की 53वीं बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें 22 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए और सर्वसम्मति से इसरो को नई भूमिका सौंपी गई।

आपदाओं के प्रबंधन में इसरो का अहम योगदान

इसरो ने अपने बयान में बताया कि भारत इस चार्टर का संस्थापक सदस्य है, जो 2025 में अपनी 25वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। 17 सदस्य संगठनों वाला यह चार्टर दुनिया में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पृथ्वी अवलोकन (Earth Observation) डेटा साझा करता है। इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने बैठक के दौरान कहा कि भारत अंतरिक्ष तकनीक के माध्यम से आपदा प्रबंधन सहायता को मजबूत करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

Also Read :- पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार: रोम के चर्च में अंतिम विश्राम, दुनियाभर की हस्तियों ने दी विदाई

चंद्रयान-4 मिशन को लेकर भी इसरो सक्रिय

इसके साथ ही इसरो ने चंद्रयान-4 मिशन पर राष्ट्रीय विज्ञान बैठक का भी आयोजन किया। 16 अप्रैल को हुई इस अहम बैठक में देशभर के 12 प्रमुख अनुसंधान संस्थानों के प्रतिनिधियों समेत कई वैज्ञानिकों ने भाग लिया। इसरो के वैज्ञानिक सचिव एम. गणेश पिल्लई ने चंद्रमा से नमूने वापस लाने की योजना पर चर्चा करते हुए इस मिशन के महत्व को रेखांकित किया।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram