- इजराइल ने ईरान के विदेश मंत्रालय पर सीधा हमला कर नई सैन्य रणनीति का संकेत दिया
तेहरान/तेल अवीव । ईरान और इजराइल के बीच छिड़ा युद्ध चौथे दिन भी थमता नजर नहीं आ रहा है। रविवार रात इजराइल ने ईरान के विदेश मंत्रालय पर सीधा हमला कर नई सैन्य रणनीति का संकेत दिया। इस हमले में 100 से अधिक लोग घायल हुए। इससे पहले शनिवार को इजराइली सेना ने ईरान के रक्षा मंत्रालय पर बड़ा हमला बोला था। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक 224 लोगों की मौत और 1,277 से ज्यादा घायलों की पुष्टि की है। हालांकि, अमेरिका स्थित मानवाधिकार समूहों ने यह संख्या कहीं अधिक—406 मौतें—बताई हैं।
इजराइल के भीतर भी हमले, अब तक 20 की मौत
ईरान ने सोमवार सुबह सेंट्रल इजराइल में 4 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इनमें 5 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 90 से ज्यादा लोग घायल हुए। पिछले चार दिनों में ईरानी मिसाइलों और ड्रोन हमलों में अब तक इजराइल में 20 लोगों की जान जा चुकी है और करीब 500 घायल हुए हैं। इजराइल की वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई में ईरान की कई सैन्य इकाइयों और गोपनीय ठिकानों को निशाना बनाया है।

मोसाद से जुड़ी जासूसी पर ईरान की सख्ती
ईरान ने इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी करने के आरोप में इस्माइल फेकरी नामक व्यक्ति को फांसी दी है। ईरान की सरकारी मीडिया के अनुसार, फेकरी को देश विरोधी गतिविधियों और संवेदनशील जानकारियाँ इजराइल को देने का दोषी पाया गया। इसी सप्ताह जासूसी के आरोप में ईरान ने 9 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
अमेरिका और यूएन की चिंता, लेकिन कोई ठोस पहल नहीं
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाई गई है, पर अभी तक कोई सर्वमान्य प्रस्ताव सामने नहीं आया। अमेरिका ने “दोनों पक्षों से संयम बरतने” की अपील की है, लेकिन ज़मीन पर हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।

क्या यह खुला युद्ध बनने जा रहा है?
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह टकराव अब सीमित सैन्य कार्रवाई से आगे बढ़कर संभावित क्षेत्रीय युद्ध का रूप ले सकता है। इजराइल ने ईरान के शासन तंत्र के सबसे केंद्रित हिस्सों—रक्षा और विदेश मंत्रालय—पर हमले कर यह संकेत दे दिया है कि वह केवल मिसाइल शेलिंग तक सीमित नहीं रहेगा। उधर, ईरान की बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रयोग बताता है कि वह अब इजराइल की सैन्य और नागरिक संरचनाओं को बराबरी से जवाब देने के लिए तैयार है।