यरूशलम/तेहरान। पश्चिम एशिया में चल रही ईरान-इजराइल जंग अब और अधिक आक्रामक और खतरनाक दिशा में बढ़ती दिखाई दे रही है। गुरुवार सुबह ईरान द्वारा इजराइल के चार शहरों पर मिसाइल हमला किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव नई ऊंचाई पर पहुंच गया। इसके बाद इजराइल ने ईरान के शीर्ष धार्मिक नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को ‘आधुनिक हिटलर’ कहते हुए उन्हें जंग का प्राथमिक लक्ष्य घोषित कर दिया।
🔴 ईरान के मिसाइल हमले में 176 घायल, अस्पतालों पर भी हमला
गुरुवार को तेल अवीव, बीर्शेबा, रमत गण और होलोन शहरों में ईरान ने लगभग 30 मिसाइलें दागीं, जिनमें से 7 सीधे तेल अवीव स्थित इजराइली स्टॉक एक्सचेंज और बीर्शेबा के सोरोका मेडिकल सेंटर जैसे संवेदनशील स्थानों पर गिरीं। हमलों में 176 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इजराइली एयर डिफेंस सिस्टम ने कई मिसाइलों को रास्ते में ही रोक दिया, लेकिन जो मिसाइलें गिरीं, उन्होंने भारी नुकसान पहुंचाया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “हम ईरान से इस हमले की पूरी कीमत वसूलेंगे।”
⚔️ इजराइली जवाबी हमले: न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाया
हमले के कुछ घंटों के भीतर इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने ईरान के अराक, नतांज और इस्फहान स्थित परमाणु ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। अराक में हैवी वाटर रिएक्टर स्थित है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम का एक प्रमुख हिस्सा है। इससे पहले IDF ने अराक और खोंडब शहरों में आम लोगों को क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी थी।
हालांकि, एक भ्रम की स्थिति तब बनी जब इजराइल ने शुरू में दावा किया कि उसने बुशहर न्यूक्लियर प्लांट पर भी हमला किया, जो ईरान का इकलौता चालू परमाणु ऊर्जा केंद्र है। बाद में इजराइली सेना ने बयान बदलते हुए कहा कि वह जानकारी गलती से जारी हुई थी।

💣 इजराइल का तीखा बयान: खामेनेई अब सुरक्षित नहीं
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने गुरुवार को बयान देते हुए कहा, “खामेनेई एक आधुनिक हिटलर हैं। उन्होंने हमेशा इजराइल को खत्म करने की कोशिश की है। ऐसे तानाशाह को अब और जीने का हक नहीं है।”
इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बीर्शेबा में हमले का शिकार हुए सोरोका अस्पताल का दौरा करने के बाद प्रेस को बताया कि, “हम खामेनेई पर हमले की संभावना से इनकार नहीं करते। अब कोई भी सुरक्षित नहीं है, हमारे सारे विकल्प खुले हैं।”
🗣️ खामेनेई का जवाब: “इजराइल की कमजोरी उजागर”
इजराइल के तीखे बयानों पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने X (पूर्व ट्विटर) पर पलटवार करते हुए कहा, “इजराइल अब अमेरिका से मदद मांग रहा है, यह उसकी कमजोरी की निशानी है। हमें डराने की कोशिश न करें। अगर दुश्मन को आपकी कमजोरी का अहसास हो गया, तो वे कभी पीछे नहीं हटेंगे।”
उन्होंने ईरान की जनता से अपील की कि “हिम्मत और एकजुटता बनाए रखें। यह लड़ाई हमारी ताकत की परीक्षा है।”
🌐 अंतरराष्ट्रीय चिंता: रूस ने बुशहर पर हमले रोकने की अपील की
ईरान में स्थित बुशहर न्यूक्लियर पावर प्लांट पर इजराइली हमले की अटकलों को लेकर रूस ने गहरी चिंता जताई है। रूस के विदेश मंत्रालय ने इजराइल से अपील की है कि वह बुशहर प्लांट पर हमले रोक दे, क्योंकि यहां कई रूसी विशेषज्ञ काम कर रहे हैं।
बुशहर प्लांट में रूसी ईंधन का इस्तेमाल होता है, जिसे इस्तेमाल के बाद रूस वापस लेता है ताकि परमाणु प्रसार का खतरा न हो। ऐसे में इस प्लांट पर हमला रूस-इजराइल संबंधों में तनाव पैदा कर सकता है।
🧨 जंग के 7वें दिन क्या है हालात?
- ईरान में अब तक 639 मौतें, 1329 लोग घायल (ह्यूमन राइट्स रिपोर्ट)
- इजराइल में 24 नागरिकों की मौत, 170 से अधिक घायल
- दोनों देशों की सेनाएं सक्रिय रूप से हमले और जवाबी हमले कर रही हैं
- न्यूक्लियर ठिकानों को टारगेट करने से तनाव परमाणु संकट की ओर बढ़ सकता है
🔚 अब क्या हो सकता है?
इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि ईरान और इजराइल के बीच यह टकराव केवल कूटनीतिक नहीं, बल्कि सामरिक और सैन्य स्तर पर निर्णायक मोड़ ले रहा है। खामेनेई को सीधे निशाना बनाना और न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हमले जैसी कार्रवाइयां इस संघर्ष को और अधिक विस्फोटक बना सकती हैं।
सवाल यही है— क्या यह जंग अब रुकने वाली है, या यह मध्य-पूर्व में एक नए और खतरनाक अध्याय की शुरुआत है?
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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