मध्य पूर्व में युद्ध का नया अध्याय खुल चुका है। इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए व्यापक हवाई हमले के जवाब में अब ईरान ने 100 से अधिक सशस्त्र ड्रोन इजराइल की ओर रवाना कर दिए हैं। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि ये ड्रोन अगले 1 से 2 घंटे में इजराइली क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं। फिलहाल यह पूरी ड्रोन सेना इराक और जॉर्डन के वायुक्षेत्र में उड़ान भर रही है।
अम्मान में सायरन, जॉर्डन की सतर्कता बढ़ी
ईरान के इन जवाबी हमलों के बीच जॉर्डन की राजधानी अम्मान में सायरन बजने लगे हैं। जॉर्डन ने अपने वायुक्षेत्र की सुरक्षा और एयर ट्रैफिक को लेकर अलर्ट घोषित कर दिया है। कई शहरों में ड्रोन डिटेक्शन और इंटरसेप्शन सिस्टम सक्रिय कर दिए गए हैं।
IDF की चेतावनी: अगला हमला मिसाइलों से हो सकता है
इजराइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने चेताया है कि ड्रोन हमले के बाद ईरान द्वारा एक और बड़ा मिसाइल अटैक किया जा सकता है। IDF का दावा है कि ईरान बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलों की एक बड़ी खेप को लॉन्च करने की तैयारी में है, जिससे इजराइली शहरों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है।

सुबह हुआ था इजराइली हमला, फाइटर जेट्स से उड़ा दिए तेहरान के सैन्य अड्डे
इससे पहले शनिवार सुबह इजराइल ने ईरान पर एक व्यापक हवाई हमला किया। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऑपरेशन में करीब 200 फाइटर जेट्स शामिल थे। इजराइली हमले का फोकस तेहरान के आसपास मौजूद छह प्रमुख सैन्य अड्डों पर था, जिनमें से चार में परमाणु संबंधित गतिविधियां चल रही थीं।
ईरान को बड़ा नुकसान: IRGC कमांडर समेत वैज्ञानिक मारे गए
ईरान के सरकारी मीडिया ने पुष्टि की है कि इस हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख कमांडर हुसैन सलामी की मौत हो गई है।
अल-जजीरा के अनुसार, हमले में दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक — डॉ. मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फरदून अब्बासी की भी मौत हुई है। इजराइल ने यह भी दावा किया है कि ईरान के आर्मी चीफ जनरल मोहम्मद बाघेरी, सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कई वैज्ञानिक भी इस हमले में मारे गए हैं।

खामनेई की चेतावनी: “इजराइल को सजा दिए बिना नहीं छोड़ेंगे”
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई ने कहा है कि यह हमला ईरान की संप्रभुता पर सीधा हमला है और इसका “तुरंत और कठोर जवाब” दिया जाएगा। उन्होंने ऐलान किया — “हमारी सेना इजराइल को सजा दिए बिना नहीं जाने देगी। यह केवल शुरुआत है।”
तनाव चरम पर, विश्व समुदाय की नजरें टिकीं
संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, रूस और चीन जैसे वैश्विक शक्तिशाली देश इस टकराव को लेकर गहराई से चिंतित हैं। मध्य पूर्व में युद्ध की संभावना ने वैश्विक कूटनीति और बाजारों को हिला दिया है। अमेरिका ने अपने सभी सैन्य अड्डों को हाई अलर्ट पर रखा है, जबकि संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने संयम बरतने की अपील की है।
अब यह देखना बाकी है कि क्या यह जवाबी हमला एक पूर्ण युद्ध में तब्दील होगा या दोनों देश वैश्विक दबाव के बीच पीछे हटेंगे।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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