दक्षिणी यूक्रेन और ओडेसा सबसे ज्यादा प्रभावित, अंतरराष्ट्रीय मदद के बीच युद्ध अब भी भीषण
कीव। यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध एक बार फिर भीषण स्तर पर पहुंचता दिख रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि बीते एक सप्ताह के भीतर रूस ने यूक्रेन पर करीब 1300 अटैक ड्रोन, लगभग 1200 गाइडेड एरियल बम और नौ मिसाइलें दागी हैं। जेलेंस्की के अनुसार, यह हमले हाल के महीनों में सबसे तीव्र रहे हैं, जिनका सबसे ज्यादा असर देश के दक्षिणी हिस्सों और ओडेसा क्षेत्र में देखा गया है।
सोशल मीडिया पर साझा की हमलों की जानकारी
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि रूस की लगातार बमबारी और ड्रोन हमलों ने आम नागरिकों की जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि रिहायशी इलाकों, ऊर्जा ढांचे और बंदरगाह क्षेत्रों को निशाना बनाया गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन की आपात सेवाएं और राहत एजेंसियां लगातार काम कर रही हैं और हालात को सामान्य बनाने की कोशिश जारी है।
ओडेसा में भारी तबाही, जनहानि की पुष्टि
यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक, शुक्रवार रात दक्षिणी शहर ओडेसा और आसपास के इलाकों में हुए रूसी हमलों में भारी तबाही हुई। इन हमलों में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 अन्य घायल बताए जा रहे हैं। आपात सेवाओं के अनुसार, एक प्रमुख बंदरगाह क्षेत्र को मिसाइल से निशाना बनाया गया, जिससे वहां आग लग गई और बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई। कई इलाकों में घंटों तक अंधेरा छाया रहा और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
दक्षिणी यूक्रेन पर बढ़ता दबाव
जेलेंस्की का कहना है कि रूस की रणनीति स्पष्ट रूप से दक्षिणी यूक्रेन पर दबाव बढ़ाने की है। ड्रोन और गाइडेड बमों के जरिए न केवल सैन्य ठिकानों, बल्कि नागरिक बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि बंदरगाहों और ऊर्जा नेटवर्क पर हमले यूक्रेन की आर्थिक और रसद क्षमता को कमजोर करने की कोशिश का हिस्सा हैं।
यूक्रेन को अंतरराष्ट्रीय समर्थन तेज
इस बीच यूक्रेन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार समर्थन मिलने का दावा भी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने किया। उन्होंने बताया कि यूरोपीय परिषद ने 2026-27 के लिए यूक्रेन को 90 अरब यूरो की वित्तीय सहायता मंजूर की है। इसके अलावा नॉर्वे और जापान ने भी अलग-अलग सहायता पैकेज देने की घोषणा की है। इन मददों का उद्देश्य यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को संभालने और रक्षा क्षमताओं को मजबूत करना बताया गया है।
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समुद्री ड्रोन पर नया सहयोग
जेलेंस्की ने यह भी जानकारी दी कि पुर्तगाल के साथ समुद्री ड्रोन के संयुक्त उत्पादन को लेकर एक अहम समझौता हुआ है। उनका कहना है कि यह समझौता यूक्रेन की नौसैनिक सुरक्षा को नई ताकत देगा और काला सागर क्षेत्र में रूस के दबाव का जवाब देने में मददगार साबित हो सकता है।
शांति वार्ता के संकेत, लेकिन जमीनी हालात तनावपूर्ण
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि युद्ध समाप्त करने को लेकर यूक्रेन और अमेरिका के बीच बातचीत जारी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव और कड़े प्रतिबंध जरूरी हैं, ताकि कूटनीति के जरिए सम्मानजनक शांति का रास्ता निकाला जा सके। दूसरी ओर रूस की तरफ से भी संकेत मिले हैं कि अमेरिका के साथ चल रही बातचीत ‘रचनात्मक’ माहौल में आगे बढ़ रही है। इसके बावजूद जमीनी हालात अब भी बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं और हमले लगातार जारी हैं।
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युद्ध किसी के हित में नहीं: जेलेंस्की
अपने बयान में जेलेंस्की ने दो टूक कहा कि युद्ध किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता। उन्होंने कहा कि आक्रामकता का जवाब अंततः उसी देश को भुगतना पड़ता है, जो इसे बढ़ावा देता है। उन्होंने यूक्रेन की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने, नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को और गहरा करने पर जोर दिया।
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